ढाका: भारत के खिलाफ नौ फरवरी से हैदराबाद में शुरू होने वाले इकलौते टेस्ट मैच को मेहमान टीम बांग्लादेश के कप्तान मुश्फीकुर रहीम ने ऐतिहासिक टेस्ट मैच की संज्ञा देने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह टेस्ट मैच बांग्लादेश के लिए अपने आप को साबित करने का एक बेहतरीन मौका है.



 



उनका मानना है कि इस इकलौते टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन बांग्लादेश भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अपने साथ और टेस्ट श्रृंखला आयोजित करने पर विवश कर सकता है.



 



वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने मुश्फीकुर के हवाले से लिखा है, "मैं इस बात से काफी हैरान हूं. मेरे लिए यह ऐतिहासिक टेस्ट मैच नहीं है. एक उदाहरण के तौर पर जब हम जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलते हैं तो दबाव हम पर ज्यादा होता है क्योंकि अगर हम हार गए तो इससे शर्म की बात नहीं हो सकती. मेरा मानना है कि हमारे लिए यह अच्छा है कि हम भारत दौरे पर टेस्ट खेलने अब जा रहे हैं, पांच साल पहले नहीं गए."



 



मुश्फीकुर ने कहा, "हम विश्व क्रिकेट को बताना चाहते हैं कि हम भारत में क्या कर सकते हैं. मैं नहीं जानता कि हम कितने वर्षों के बाद भारत जा रहे हैं. हम इस तरह से खेलना चाहता हैं कि भारत हमें बार-बार खेलने के लिए बुलाए. मेरे लिए यह सिर्फ एक अन्य मैच है."



 



गौरतलब है कि बांग्लादेश 2000 में टेस्ट दर्जा पाने के बाद पहली बार भारत में टेस्ट श्रंखला खेलने आ रहा है. इसी के चलते बांग्लादेश में इसे ऐतिहासिक टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा है.



 



बांग्लादेश को इस टेस्ट मैच से पहल इंडिया-ए के खिलाफ दो दिवसीय मैच भी खेलना है जिसकी शुरुआत पांच फरवरी से होगी.