एक्सप्लोरर
Advertisement
दिवाली के दौरान अब नहीं होंगे क्रिकेट मैच, BCCI और उसके ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर स्टार ने किया मना
दिवाली के आस-पास मैच का आयोजन न करना बेहतर होगा क्योंकि एक शोध ने बताया है कि लोग इस दौरान अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं.
दिवाली और क्रिकेट का साथ लंबे समय से चलता चला आ रहा है. बीते कई वर्षो में कई बार ऐसा हुआ है कि दिवाली के दौरान या दिवाली के दिन ही मैच का आयोजन किया गया है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और उसके आधिकारिक प्रसारणकर्ता स्टार स्पोटर्स का मानना है कि दिवाली के आसपास मैच को ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती.
बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि स्टार और बीसीसीआई के बीच हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि दिवाली के आस-पास मैच का आयोजन न करना बेहतर होगा क्योंकि एक शोध ने बताया है कि लोग इस दौरान अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं.
कार्यकारी ने कहा, "घरेलू सीजन की रणनीति बनाने में कई तरह की चीजें पर ध्यान दिया गया था और उनमें से एक पैमाना व्यूअरशिप था प्रशंसकों का व्यवहार था. स्टार ने यह पता लगाया और बोर्ड के सामने यह बात रखी कि दिवाली के आस-पास मैच को ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती है क्योंकि लोगबाग अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं. यह समय परिवार के साथ बिताने का ज्यादा होता है और इसलिए क्रिकेट मैचों को ज्यादा प्राथमिकता नहीं मिलती."
कार्यकारी ने बताया कि इससे खिलाड़ियों को भी आराम मिलेगा और वह अपने घर जाकर अपने परिवार के साथ त्योहार मना सकेंगे.
उन्होंने कहा, "इससे एक फायदा यह भी होगा कि इससे खिलाड़ियों को भी थोड़ा आराम मिलेगा. वह भी अपने घर जा सकेंगे, अपने परिवार के साथ समय बिता सकेंगे. जैसा इस सीजन में हो रहा है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टेस्ट पुणे में 23 अक्टूबर को खत्म हो रहा है और इसके बाद टीम बांग्लादेश के खिलाफ पहला टी-20 दिल्ली में तीन नवंबर को खेलेगी. इस दौरान खिलाड़ी अपने घर जाकर 27 अक्टूबर को दिवाली मना कर वापस आ सकेंगे."
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, स्पोर्ट्स और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
बॉलीवुड
Advertisement
राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion