नई दिल्ली/मुंबई: सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण वाली क्रिकेट सलाहकार समिति(CAC) ने भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में रवि शास्त्री का चयन किया है. रवि शास्त्री, भारतीय क्रिकेट टीम के साथ 14वें कोच के रूप में जुड़ेंगे. इसके अलावा गेंदबाजी कोच के रूप में बीसीसीआई ने टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज जहीर खान को चुना है. यही नहीं बीसीसीआई ने इस बात की भी जानकारी दी है कि विदेशी दौरों पर राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच के रूप में जुड़ेंगे.


दिग्गज़ों से भरी सीएसी ने वीरेंदर सहवाग, टॉम मूडी, लालचंद राजपूत, रिचर्ड पायबस, फिल सिमंस जैसे दिग्गज़ों की तुलना में रवि शास्त्री को टीम इंडिया के कोच के रूप में पहली पसंद बताया. खबरों के मुताबिक कप्तान विराट कोहली की पहली पसंद भी रवि शास्त्री ही थे. खबरों के मुताबिक शास्त्री के साथ 2 साल का अनुबंध किया गया है. इससे ये भी साफ हो गया है कि विश्वकप 2019 के लिए टीम को तैयार करने की जिम्मेदारी अब रवि शास्त्री पर ही है.


गौरतलब है कि इस बात की चर्चा भी जोरों पर थी कि टीम इंडिया को एक गेंदबाजी कोच मिलना चाहिए. यही वजह है कि बीसीसीआई ने टीम इंडिया के मुख्य कोच के साथ-साथ इस बात का भी ऐलान कर दिया है कि जहीर खान भारत के गेंदबाजी कोच होंगे. खास बात ये है कि राहुल द्रविड़ को बीसीसीआई ने एक अहम जिम्मेदारी सौंपी है. द्रविड़ अब विदेशी दौरों पर टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभाएंगे. द्रविड़ फिलहाल इंडिया-ए की टीम को कोचिंग दे रहे हैं.


बता दें, रवि शास्त्री को भारतीय टीम के साथ लगभग 2 साल काम करना उनके पक्ष में गया. रवि शास्त्री साल 2014-16 के बीच कोच की गैर-मौजूदगी में भारतीय टीम के साथ बतौर टीम डायरेक्टर जुड़े रहे. उनके नेतृत्व में टीम इंडिया का प्रदर्शन अच्छा रहा और कई सीरीज़ भी जीतीं. लेकिन साल 2016 में कोच के आवेदन के समय रवि शास्त्री की जगह अनिल कुंबले को भारतीय क्रिकेट टीम का नया कोच नियुक्त किया गया था.


शुरुआत में शास्त्री ने इस पद के लिए आवेदन नहीं किया था, लेकिन जब बीसीसीआई ने आवेदन स्वीकार करने की तारीख 9 जुलाई तक बढ़ा दी, तो उन्होंने भी इस पद के लिए अप्लाई किया.


कौन है रवि शास्त्री?


भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन ऑल-राउंडर्स में से एक माने जाते हैं. रवि शास्त्री ने भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 वनडे मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने 6000 से ज्यादा रन और 280 विकेट चटकाए हैं. वो साल 1981 से लेकर 1992 तक भारतीय वनडे और टेस्ट क्रिकेट टीम के साथ जुड़े रहे. रवि शास्त्री साल 1983 में विश्वकप जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे.


मौजूदा समय में रवि शास्त्री वर्ल्ड क्रिकेट के बड़े जानकार और बेहतरीन कॉमेंटेटर के रूप में भी जाने जाते हैं.