BCCI Workshop Narendra Modi Stadium: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अहमदाबाद में स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में वर्कशॉप का आयोजन किया. यह आयोजन देशभर में मौजूदा करीब 46 प्रमाणित क्यूरेटरों के लिए करवाया गया, जिसका समापन बीते रविवार को हुआ है. यह पिछले 6 साल में बीसीसीआई द्वारा पहली वर्कशॉप रही जो क्यूरेटरों के लिए करवाई गई, वहीं यह कोविड महामारी के बाद पहली वर्कशॉप भी रही.


पहले दिन 'एसआईएस हाइब्रिड पिच ग्रुप' द्वारा प्रेजेंटेशन रखी गई, जिसने धर्मशाला में स्थित एचपीसीए स्टेडियम में टर्फ का काम किया था. बता दें कि यह ग्रुप 95 प्रतिशत प्राकृतिक घास का उपयोग और पांच प्रतिशत 2-टोन पॉलीथाइलीन नाम के फैबरिक का इस्तेमाल करके मैदान को तैयार करता है.


वहीं दूसरे दिन आईसीएआर के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर एसके राय ने भारत में क्रिकेट पिचों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मिट्टी के श्रेणीकरण के लिए प्रेजेंटेशन सामने रखी. वर्कशॉप के तीसरे और आखिरी दिन लाल मिट्टी, लाल और काली मिट्टी के मिश्रण और दरार वाली काली मिट्टी पर उन्नत रोलिंग मेथड का प्रदर्शन देखा गया. यह काम तपोश चटर्जी और बीसीसीआई के मुख्य क्यूरेटर आशीष भौमिक ने किया.


इसके अलावा साल 2024 की शुरुआत में हुई भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के सभी क्यूरेटरों ने भी अपना-अपना पक्ष सामने रखा. उन्होंने बताया कि मैदानों में पिच तैयार करने के लिए क्या-क्या किया गया था. इस बीच रणजी ट्रॉफी की पिचों पर चर्चा हुई और आशीष भौमिक ने उन्हें उन्नत बनाए जाने पर जोर दिया. बता दें कि साल 2015 तक अहमदाबाद में स्थित मैदान को सरदार पटेल स्टेडियम के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2015 में इसका दोबारा से निर्माण शुरू किया गया और आगे चलकर यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बना. 2021 में इसे नरेंद्र मोदी स्टेडियम नाम दिया गया था.


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