बीसीसीआई पर पड़ी कोरोना वायरस की मार, 11 कोच की छटनी का फैसला लिया गया
टीम इंडिया ने पिछले 6 महीने से इंटरनेशनल क्रिकेट मैच नहीं खेला है. इसी वजह से बीसीसीआई को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है.
कोरोना वायरस की वजह से पिछले 6 महीने में क्रिकेट बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. टीम इंडिया ने फरवरी के बाद से कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है. इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आयोजन यूएई में बॉयो बबल में बिना दर्शकों के ही हो रहा है. इन तमाम बातों की वजह से दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. नुकसान के मद्देनज़र ही बीसीसीआई ने अपने कॉन्ट्रैक्ट पर रहने वाले कोच की छटनी का फैसला किया है.
बीसीसीआई से जुड़े 11 कोच ऐसे हैं जिनका कॉन्ट्रैक्ट अगले महीने खत्म होने जा रहा है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 5 कोच को बोल दिया गया है कि उनका कॉन्ट्रैक्ट आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. जिन कोच को बीसीसीआई ने कॉन्ट्रैक्ट नहीं बढ़ाने के बारे में कहा है उनका सलाना पैकेज 30 से 55 लाख रुपये तक है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड राहुल द्रविड ने सभी 11 कोच को बता दिया है कि उनका कॉन्ट्रैक्ट आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. हालांकि कोच का कहना है कि बीसीसीआई ने उन्हें कॉन्ट्रैक्टट नहीं बढ़ाए जाने की वजह नहीं बताई है. द्रविड़, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने भी पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है.
ऐसा नहीं है कि बीसीसीआई की आर्थिक हालत ज्यादा खराब हुई है. बीसीसीआई ने अपनी पिछली बैलेंस सीट में 5,526 करोड़ रुपये कैश और बैंक बैलेंस होने की जानकारी दी थी. इसके अलावा बीसीसीआई ने 2,992 रुपये के फिक्स्ड डिपॉजिट होने के बारे में भी बताया था. 2018 में स्टार स्पोर्ट्स के साथ पांच साल की ब्रॉडकास्टिंग डील से बीसीसीआई को 6,138 करोड़ रुपये मिले.
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