नई दिल्ली: बीसीसीआई के तीन महाप्रबंधकों में से एक आरपी शाह ने आयु को ‘कारण’ बताकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया. शाह महाप्रबंधक (व्यावसायिक) थे और उन्हें बोर्ड के व्यावसायिक हित में फैसले करने वाले बड़े नामों में से एक माना जाता था.



बीसीसीआई की जानकारी रखने वाले कुछ लोगों का मानना है कि शाह ने यह फैसला इसलिए किया क्योंकि प्रशासकों की समिति (सीओए) बोर्ड के संचालन के प्रत्येक पहलू को देख रही थी. दूसरी तरफ शाह का कहना है कि यह पूरी तरह से निजी फैसला है जो चार महीने पहले किया गया.



शाह ने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए बताया, ‘‘हां, मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कारण यह है कि मैं 61 साल का हूं. मैंने अक्टूबर में यह फैसला कर लिया था. मैं पुणे में रहता हूं और नियमित तौर पर मुंबई की यात्रा करना काफी थकाने वाला था. मेरे उपर कोई दबाव नहीं था और सीओए ने कोई पूछताछ नहीं की थी. सीईओ राहुल जौहरी और सीएफओ (संतोष रांगेकर) के साथ मेरे अच्छे रिश्ते हैं. राहुल चाहते थे कि मैं पद पर बना रहूं लेकिन मैंने उनसे आग्रह किया कि मुझे मुक्त कर दीजिए.’’



एक अन्य महाप्रबंधक अमृत माथुर दिसंबर 2016 में सेवानिवृत्त हो गए थे क्योंकि वह 60 बरस के हो गए थे और ऐसे में शाह और खेल विकास महाप्रबंधक रत्नाकर शेट्टी के 60 बरस से अधिक होने के बावजूद पद पर बने रहने पर सवाल उठ रहे थे.



माथुर ने कहा, ‘‘मुझे अन्य के बारे में नहीं पता लेकिन मेरी नियुक्ति की शर्तों के अनुसार मेरी सेवानिवृत्ति की आयु 60 बरस थी. इसी के अनुसार मैं दिसंबर में सेवानिवृत्त हो गया.’’