बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने कहा ,‘‘ अश्विन को खेलभावना पर लेक्चर देने का सवाल ही पैदा नहीं होता. उसने जो किया, वह नियमों के दायरे में था. अंपायर और मैच रैफरी वहां थे जिनका काम यह सुनिश्चित करना है कि मैच नियमों के दायरे में खेला जाये .’’
उन्होंने कहा ,‘‘ बीसीसीआई इसमें नहीं पड़ना चाहता. जहां तक शेन वार्न का सवाल है तो वह राजस्थान रॉयल्स के ब्रांड एंबेसडर हैं. वह इस मामले में तटस्थ नहीं हैं .’’
आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की मौजूदगी में हुई बैठक में तय किया गया था कि आईपीएल में कोई मांकड़िंग नहीं करेगा.
अधिकारी ने कहा ,‘‘ मुझे पता है कि शुक्ला जी किस बैठक की बात कर रहे हैं. वह नया नियम आने से पहले की बात है जिसमें कहा गया है कि मांकड़िंग से पहले बल्लेबाज को चेतावनी देना जरूरी है. उसमें तय किया गया था कि गेंदबाज कम से कम बल्लेबाजों को चेतावनी जरूर देंगे .’’
यह पूछने पर कि क्या धोनी ऐसा करते , उन्होंने कहा ,‘‘ वह ऐसा कभी नहीं करता लेकिन क्या इससे अश्विन गलत हो गया. उसे नियमों की काफी जानकारी है और वह हमेशा खामियों का फायदा उठायेगा. इसमें कुछ नहीं किया जा सकता .’’