भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने शुक्रवार को अपनी सर्वोच्च परिषद की बैठक में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की प्रशासनिक गतिविधियों पर गौर करने के लिए एक कानूनी टीम भेजने का फैसला किया. साथ ही प्रेसिडेंट को भी एक चेतावनी पत्र जारी किया. बिहार में बीसीसीआई के आदेश के खिलाफ जाकर टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन किया था. इस संबंध में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष को एक पत्र जारी किया गया था और उनसे इस टूर्नामेंट के आयोजन के बारे में पूछताछ की गई थी. बता दें कि टी-20 टूर्नामेंट 20 से 26 मार्च के बीच पटना में खेला गया था.


रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई जल्द ही एक कानूनी टीम बिहार भेज सकती है जो बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की प्रशासनिक गतिविधियों की जांच पड़ताल करेगी. बीसीसीआई के आदेश के बावजूद टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन किया गया, जिसके बाद से बीसीसीआई एक जांच समिति गठन करने का फैसला लिया. बीसीसीआई जल्द ही मामले में बड़ा एक्शन ले सकता है. 


राज्यपाल फागू चौहान ने किया था टूर्नामेंट का उद्घाटन 


गौरतलब है कि बिहार की राजधानी पटना स्थित ऊर्जा स्टेडियम में बिहार क्रिकेट लीग के मैच खेले गए. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से आयोजित टूर्नामेंट का बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने उद्घाटन किया. इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, खेल मंत्री आलोक रंजन झा मौजूद रहे. वहीं, दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव भी कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने ग्राउण्ड में खिलाड़ियों की हौसलाफजाई की. वहीं, खेल मंत्री ने मीडिया को बताया कि बिहार में दो इंटरनेशनल स्टेडियम बनेगा. पहला राजगीर और दूसरा मोइनलहक स्टेडियम का जीर्णोद्धार होगा. इसके निर्माण में बीसीसीआई की तरफ से कोई मदद मिल रही है या नहीं इसपर खेल मंत्री ने बताया कि अभी तो हमलोग तैयारी कर रहे हैं ,मोइनलहक स्टेडियम का डिजाइन आदि का काम करना है. बीसीसीआई की तरफ से अभी कुछ नहीं कहा गया है. 


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