आईपीएल के बचाव में उतरे जय शाह, घरेलू क्रिकेट के साथ तुलना इसलिए है गलत
बीसीसीआई पर पिछले दो साल से घरेलू क्रिकेट को अनदेखा करने के आरोप लग रहे हैं. जय शाह ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए आईपीएल का बचाव किया है.
कोरोना वायरस महामारी के दौर में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर घरेलू क्रिकेट की बजाए आईपीएल पर तरजीह देने के आरोप लग रहे हैं. बीसीसीआई सचिव जय शाह हालांकि आईपीएल के बचाव में उतर आए हैं. जय शाह का कहना है कि आईपीएल और घरेलू मुकाबलों में बहुत बड़ा अंतर है और इनकी तुलना नहीं की जा सकती.
जय शाह ने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट को लेकर छिड़ी बहस को गैरजरूरी बताया है. जय शाह का कहना है कि ''आईपीएल में सिर्फ 60 मैच खेले जाते हैं, जबकि घरेलू क्रिकेट में 2000 मैचों का आयोजन होता है. दोनों को लेकर छिड़ी बहस का कोई मतलब नहीं है.''
घरेलू क्रिकेट में बायो बबल बनाने को लेकर आई रही परेशानी की वजह से पिछले साल मार्च के बाद से रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो पाया है. अधिकतर लोगों का कहना है कि बीसीसीआई का ध्यान सिर्फ कमाई करने वाले टूर्नामेंट आईपीएल पर ही है.
जय शाह ने किया इस फैसले का बचाव
इन आरोपों पर जय शाह ने कहा, ''हमने 2020 में भी महामारी के बीच में, सभी सावधानियों के साथ सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट, विजय हजारे टूर्नामेंट और सीनियर महिला एक दिवसीय टूर्नामेंट का आयोजन किया.''
घरेलू क्रिकेट सीजन का आगाज अक्टूबर में होने जा रहा है. बीसीसीआई हालांकि अंडर 16 और अंडर 19 टूर्नामेंट का आयोजन नहीं करवा रहा है. जय शाह ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, ''आपको पूरे घरेलू सत्र में यात्रा और इसमें लगने वाले समय को भी ध्यान में रखना होगा. ऐसी परिस्थितियों में वे अपनी जान जोखिम में डाल रहे होंगे, जो कभी नहीं होना चाहिए. ऐसे माहौल में आयु वर्ग के टूर्नामेंट का आयोजन करना और युवा क्रिकेटरों के करियर को खतरे में डालना सही नहीं है.''
जय शाह फिलहाल टी20 वर्ल्ड कप और आईपीएल 14 के दूसरे हिस्से की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यूएई के दौरे पर हैं. सितंबर के तीसरे हफ्ते में आईपीएल 14 का दूसरा हिस्सा शुरू होने जा रहा है.
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