भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता किसी भी अन्य खेल से बहुत ही अधिक है. भारत का राष्ट्रीय खेल नहीं होने के बावजूद इस खेल को यहां धर्म की तरह माना जाता है. इसके पीछे की वजह है इस खेल का रोमांच और इससे जुड़ा ग्लैमर और चकाचौंध.
आज के दौर में क्रिकेटरों को मैच फीस के तौर पर मोटी रकम मिलती है. इसके अलावा इन्हें आकर्षक डेली अलाउंस, आंखें चौंधियाने वाला सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट, लाखों-करोड़ों के एंडोर्समेंट डील्स इन्हें मालामाल कर देती है. वहीं आईपीएल जैसे क्रिकेट लीग ने तो कई गुमनाम खिलाड़ियों को अर्श से फर्श पर पहुंचाने का काम किया है.
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि एक प्रतिभावन क्रिकेटर अगर रणजी ट्रॉफी भी खेल लिया तो उसे पैसों की किल्लत नहीं होगी. क्योंकि दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले खिलाड़ियों को भी सालाना लाखों में मैच फीस देती है.
हालांकि आज से 36 साल पहले जब भारतीय टीम ने कपिल देव की कप्तानी में पहली बार विश्व कप का खिताब जीता था तब ऐसी स्थिति नहीं थी. एक वरिष्ठ पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें 1983 में खिलाड़ियों को मिलने वाले मैच फीस का ब्योरा है.
इसमें क्रिकेटरों को मैच फीस के तौर पर महज 1500 रूपए मिला करते थे जबकि डेली अलाउंस राशि 600 रूपए थी.
इस डॉक्यूमेंट की तस्वीर में टीम के सभी खिलाड़ी और मैनेजर का नाम है. सबके नाम के आगे डेली अलाउंस और मैच फीस लिखी हुई है. इस पर सभी खिलाड़ियों के साइन भी हैं और इस डॉक्यूमेंट के ऊपर साल 1983 में 21 सितंबर तारीख लिखी है.
आज कितने मिलते हैं पैसे
आज के समय में बीसीसीआई खिलाड़ियों को चार कैटेगिरी में बांटती है. सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ए+, ए, बी और सी कैटगिरी में खिलाड़ियों रखा जाता है. साल 2018-19 के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट के मुताबिक ए+ में शामिल खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रूपए दिया जाएगा. इस कैटेगिरी में सिर्फ तीन खिलाड़ियों को शामिल किया गया है जिसमें कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह का नाम शामिल है.
वहीं ए कैटेगिरी में 11 क्रिकेटरों रखा गया है जिन्हें 5 करोड़ सालाना दिया जाता है. जबकि बी और सी को मिलाकर 11 खिलाड़ी हैं, जिन्हें 3 और 1 करोड़ रुपए दिया जाता है.
ये तो खिलाड़ियों को मिलने वाला सालाना वेतन है लेकिन इसके अलावा इन्हें टेस्ट, वनडे और टी-20 मैच खेलने के अलग से पैसे मिलते हैं जो कि मैच फीस होता है.
भारतीय टीम शामिल खिलाड़ी को एक टेस्ट मैच खेलने पर 15 लाख रुपए की मैच फीस मिलती है. वहीं वनडे फॉर्मेट में यह रकम 6 लाख है जबकि एक टी-20 के लिए खिलाड़ियों को मैच फीस के तौर पर 3 लाख मिलते हैं.
इसके अलावा इन्हें डेली अलाउंस और परफॉरमेंस बोनस भी दिया जाता है.