टीम के एलान से पहले जमकर गहमागहमी, सामने आई मीटिंग के अंदर की बात; हार्दिक-सूर्यकुमार को लेकर खूब हुआ ड्रामा
Team India Squad: श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया में कौन से प्लेयर चुने जाएंगे, किसे कप्तान बनाया जाएगा? ऐसे कई सवाल सामने आए, लेकिन अब मीटिंग के दौरान बहस का मुद्दा सामने आया है.
Team India Squad: श्रीलंका दौरे के लिए टी20 फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav Captain) को सौंपी गई है. दूसरी ओर हार्दिक पांड्या को उपकप्तान तक नहीं बनाया गया है. टीम के सिलेक्शन को लेकर 2 दिनों तक मीटिंग चली और दोनों दिन कई घंटों तक स्क्वाड पर चर्चा की गई. अब खबर सामने आई है कि टीम के चयन को लेकर तीखी बहस और मतभेद भी हुआ है. बता दें कि टीम इंडिया का श्रीलंका दौरा 27 जुलाई से शुरू होगा और 7 अगस्त तक दोनों देशों के बीच 3 टी20 और 3 वनडे मैच खेले जाएंगे.
मीटिंग के दौरान लगाया गया कॉल
द इंडियन एक्स्प्रेस ने रिपोर्ट करते हुए बताया कि 2 दिन कई घंटों तक मीटिंग चली और इस दौरान तीखी बहस और मतभेद के बीच कई खिलाड़ियों को मीटिंग के दौरान ही कॉल लगाया गया. इन प्लेयर्स के साथ टीम के भविष्य को लेकर लॉन्ग-टर्म प्लान शेयर किए गए. यह वार्ता अन्य मीटिंग से काफी अलग रही, जिसके बाद यह लगभग तय हो गया है कि टीम मैनेजमेंट फिलहाल टी20 फॉर्मेट में सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल में लीडर का स्वरूप देख रही है.
हार्दिक को कप्तानी क्यों नहीं?
हार्दिक पांड्या का चोटिल होने का रिकॉर्ड, चयन समिति के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ था. बताया जा रहा है कि हार्दिक के लगातार चोटिल होते रहने के कारण ही कप्तानी की गेंद सूर्यकुमार यादव के पाले में जा गिरी है. हार्दिक 2023 वर्ल्ड कप के दौरान अपने टखने को चोटिल कर बैठे थे, जिसके बाद उन्होंने IPL 2024 में वापसी की थी. इसके अलावा हार्दिक ने निजी कारणों से वनडे सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया है, जिसके कारण चयन समिति के सदस्यों में और भी संकोच पैदा हो गया होगा.
खिलाड़ियों के दोस्त बनकर रहते हैं सूर्या
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी पर चर्चा तब शुरू हुई जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में हुई टी20 सीरीज में टीम इंडिया की कमान संभाली थी. सूर्या ने खिलाड़ियों से खुले मन से बात करके बताया कि उन्हें हर एक मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए. काफी लोग उनके कप्तानी स्टाइल को रोहित शर्मा से भी जोड़ कर देखने लगे हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि प्लेयर भी सूर्या के समक्ष अपनी बात रखने में हिचकते नहीं हैं. हार्दिक की तुलना में अन्य प्लेयर्स के साथ दोस्तों जैसा व्यवहार और अच्छे तालमेल ने ही उन्हें कप्तानी दिलाने में बड़ा योगदान दिया है.
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