Sourav Ganguly and Jay Shah: BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और सचिव जय शाह (Jay Shah) का कार्यकाल सितंबर 2022 में पूरा होने को है. हालांकि BCCI अपने इन दोनों पदाधिकारियों का कार्यकाल बढ़ाना चाहती है. अब इसके लिए बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया गया है. दरअसल, इन दोनों का कार्यकाल बढ़ाने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड के संविधान में संशोधन करना होगा और ये संशोधन सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना संभव नहीं है.


BCCI की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई है कि नियमों में संशोधन को लेकर बोर्ड ने जो याचिका दायर की है, उसकी सुनवाई जल्द होनी चाहिए. बता दें कि बोर्ड की ओर से 2019 में ही इस संबंध में एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में डाली गई थी. उस वक्त कोरोना के कारण इस मामले पर सुनवाई आगे नहीं बढ़ पाई थी. संभव है कि अगले हफ्ते इस याचिका पर सुनवाई शुरू हो सके. कार्यकाल से जुड़े नियमों के साथ ही अन्य 5 नियमों में भी संशोधन की मांग की गई है.


बता दें कि वर्तमान नियमों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति BCCI और स्टेट बोर्ड में लगातार 6 साल से ज्यादा पद पर नहीं रह सकता. उसे अगर आगे भी BCCI या स्टेट बोर्ड में पद लेना है तो उसे 3 साल का कूलिंग पीरियड का नियम फॉलो करना होगा यानी 3 साल तक वह ऐसे किसी भी पद पर कार्यरत नहीं रहेगा. 


सौरव गांगुली और जय शाह ने अक्टूबर 2019 में BCCI के अध्यक्ष और सचिव का पद संभाला था. यानी तीन सालों से यह दोनों BCCI में पदाधिकारी हैं. इससे पहले सौरव गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन में साल 2014 से और जय शाह गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन में साल 2013 से पद पर थे. फिलहाल ये दोनों 6 साल से अधिक समय से BCCI या स्टेट बोर्ड में पदाधिकारी हैं क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने 2019 की याचिका पर सुनवाई नहीं की थी और न ही इन दोनों को पद से हटाने के संबंध में कोई निर्देश दिया था.


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