(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
वर्ल्ड कप टीम से लेकर नया कप्तान चुनने तक, BCCI के नए चीफ सेलेक्टर के सामने हैं ये पांच बड़ी चुनौतियां
BCCI New Chief Selector: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर को धीरे-धीरे कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. आइए जानते हैं कि क्या हैं ये चुनौतियां.
Challenges For BCCI New Chief Selector: पूर्व भारतीय तेज़ गेंदबाज़ अजीत अगरकर भारतीय पुरुष टीम चयन समिति के नए अध्यक्ष बने हैं. इससे पहले चेतन शर्मा ये पद संभाल रहे थे, लेकिन एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. अब नए चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के आगे कुछ बड़ी चुनौतियां होंगी. इसमें आगामी वर्ल्ड 2023 से लेकर काफी कुछ शामिल है. आइए समझते हैं ऐसी कुछ चुनौतियों के बारे में.
1 एशिया कप 2023 के लिए टीम का चुनाव
इस साल एशिया कप 50 ओवर फॉर्मेट में खेला जाएगा. टूर्नामेट 31 अगस्त से 17 सितंबर के बीच खेला जाएगा. इससे पहले टूर्नामेंट टी20 फॉर्मेट में खेला गया था. वहीं इस बार एशिया कप 2023 के लिए भारतीय टीम का चयन करना चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के लिए आसान नहीं होगा. एशिया कप के बाद टीम इंडिया वर्ल्ड कप खेलेगी.
2 वर्ल्ड कप 2023 के लिए टीम का चुनाव
वनडे वर्ल्ड कप 2023 भारत की मेज़बानी में खेला जाना है. ऐसे में इस बार के वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का चुनाव करना इतना आसान नहीं होगा. घरेलू सरज़मीं के चलते भारतीय टीम पर खिताब जीतने का ज़्यादा दवाब होगा. इस बार भारतीय टीम करीब 10 सालों से चले आ रहे आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को भी खत्म करना चाहेगी.
3 नए कप्तान का चुनाव
चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर समेत पूरी चयन समिति के सामने टीम इंडिया का नया कप्तान चुनने की बड़ी चुनौती होगी. कयास लगाए जा रहे हैं कि वर्ल्ड कप 2023 के बाद टीम के नए कप्तान तलाश शुरू कर दी जाएगी. मौजूदा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की उम्र 36 साल हो चुके है. वहीं टी20 में टीम इंडिया को अलग कप्तान मिल सकता है, जो टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत की कमान संभाल सकता है.
4 सीनियर खिलाड़ियों को रिप्लेस करना
भारतीय टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे कुछ सीनियर खिलाड़ी मौजूद हैं. इन खिलाड़ियों की बढ़ती उम्र के साथ अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली सिलेक्शन कमेटी को युवा खिलाड़ियों को मौका देकर उन्हें टीम इंडिया में फिट करना होगा.
5 खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट
खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट एक अहम पहलू है. ज़्यादा वर्कलोड के चलते अक्सर खिलाड़ी इंजरी का शिकार हो जाते हैं. ऐसे में सिलेक्शन कमेटी के सामने हर खिलाड़ी को आराम देने की भी एक बड़ी चुनौती होगी.
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