BCCI का नया प्रयोग, अब टॉस की जरूरत नहीं... मेहमान टीम अपनी मर्जी से ले सकेगी बॉलिंग-बैटिंग का फैसला
BCCI: आपने अकसर सुना होगा कि घरेलू टीमों को पिच का फायदा मिलता है, घरेलू टीमें अपने मुताबिक पिचें बनवाती हैं. ऐसे में टॉस की भूमिका बेहद अहम हो जाती है, लेकिन अब टॉस इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएगा.
BCCI New Experiment On Toss: पिछले सीजन आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू किया गया. इस नियम के तहत टीमें अपनी प्लेइंग इलेवन में बदलाव कर सकती हैं. यानी, अगर किसी टीम का कोई खिलाड़ी गेंदबाजी करता है तो उसकी जगह किसी बल्लेबाज को प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया जा सकता है. उदाहरण के तौर पर अगर जसप्रीत बुमराह मुंबई इंडियंस की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन सूर्यकुमार यादव प्लेइंग इलेवन में हैं तो फिर गेंदबाजी के वक्त सूर्यकुमार यादव की जगह जसप्रीत बुमराह को आजमाया जा सकता है. यानी, सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी करेंगे और जसप्रीत बुमराह बल्लेबाजी करेंगे.
अब क्रिकेट मैच में खत्म हो जाएगी टॉस की भूमिका?
हालांकि, आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर खूब सवाल उठे. जहीर खान समेत कई दिग्गजों ने क्रिकेट के लिहाज से इम्पैक्ट प्लेयर नियम को ठीक नहीं कहा. वहीं, अब भारतीय क्रिकेट में एक और बड़ा बदलाव जल्द देखने को मिल सकता है. दरअसल, आपने अकसर सुना होगा कि घरेलू टीमों को पिच का फायदा मिलता है, घरेलू टीमें अपने मुताबिक पिचें बनवाती हैं. ऐसे में टॉस की भूमिका बेहद अहम हो जाती है, लेकिन अब इससे संबंधित नया नियम आ सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई नए प्रयोग के मूड में है. इस नियम के मुताबिक मेहमान टीम को गेंदबाजी या बल्लेबाजी चुनने का मौका रहेगा, यानी टॉस की भूमिका नहीं होगी, इसे खत्म कर दिया जाएगा.
अंडर-23 सीके नायडू ट्रॉफी से होगा लागू!
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अंडर-23 सीके नायडू ट्रॉफी से नए नियम को आजमाया जा सकता है. अगर यह नियम लागू हुआ तो टॉस की भूमिका खत्म हो जाएगी. मेहमान टीम अपने मुताबिक गेंदबाजी और बल्लेबाजी करने का फैसला कर सकेंगी. हालांकि, अब तक इस पर कोई अधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि बीसीसीआई इस नए प्रयोग के मूड में है, जिसे अंडर-23 सीके नायुडू ट्रॉफी से लागू किया जा सकता है.
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