IPL Title Rights: अब आईपीएल में चाइनीज ब्रांड्स की 'नो एंट्री'! BCCI ने तैयार की नई गाइडलाइन्स
BCCI: आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर के लिए चाइनीज कंपनी या ब्रांड के अलावा बेटिंग, फैंटेसी गेम्स, स्पोर्ट्सवियर, अल्कोहल उत्पादों और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी कंपनियां के आवेदन खारिज कर दिए जाएंगे.
IPL Title Rights Conditions: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश है. इसके लिए बीसीसीआई ने कड़ी शर्तों के साथ रूपरेखा तैयार की है. इस बार आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर के लिए चाइनीज कंपनी या ब्रांड ऑक्शन का हिस्सा नहीं हो पाएंगे. चाइनीज ही नहीं बल्कि ऐसे देश जिसके साथ भारत के रिश्ते सहज नहीं हैं, उन देशों की कंपनी या ब्रांड आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर नहीं बन पाएंगे.
चाइनीज कंपनियों के अलावा इन ब्रांडों की नो इंट्री...
क्रिकबज की खबर के मुताबिक, आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर के लिए रिजर्व प्राइस 360 करोड़ रुपए है. इसके अलावा बेटिंग, फैंटेसी गेम्स, स्पोर्ट्सवियर, अल्कोहल उत्पादों और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी कंपनियां आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर के लिए ऑक्शन का हिस्सा नहीं हो पाएंगे. चाहें भले इस तरह की कंपनियों या ब्रांडों का सीधे पर कोई लेना-देना नहीं हो, लेकिन इसके बावजूद इन कंपनियों और ब्रांडों के खिलाफ बीसीसीआई ने सख्त रूप अख्तियार किया है.
आगामी 5 सालों के लिए होगा टाइटल स्पॉन्सर...
बताते चलें कि पिछले सीजन तक आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर टाटा था, लेकिन अब यह कॉन्ट्रेक्ट खत्म हो चुका है. बहरहाल, बीसीसीआई टाइटल स्पॉन्सर की तलाश कर रहा है. आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर आगामी 5 सालों के लिए होगा. यानी, यह कॉन्ट्रेक्ट आईपीएल 2024 से लागू होगा और आईपीएल 2028 तक रहेगा. इसके लिए बीसीसीआई ने रिजर्व प्राइस 360 करोड़ रुपए सलाना तय किया है. गौरतलब है कि वीवो जैसी चाइनीज कंपनी आईपीएल में टाइटल स्पॉन्सर रह चुकी है, लेकिन अब चाइनीज कंपनियों या ब्रांडों के लिए आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर बनने का रास्ता बंद हो गया है. इसके लिए बीसीसीआई ने कड़ी शर्तों के साथ अपनी गाइडलाइन्स तैयार की है.
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