नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली इस साल टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम के लिए कम समय का क्वॉरंटीन चाहते हैं क्योंकि वह नहीं चाहते कि खिलाड़ी इतनी दूर जाकर दो हफ्ते तक अपने होटल के कमरों में बैठे रहे. कोविड-19 महामारी के कारण खेल के नियमों में बदलाव हुआ है. इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज के साथ मार्च के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दोबारा शुरू हुआ है. खिलाड़ियों को दो हफ्ते तक क्वॉरंटीन में रहना होता है और खाली स्टेडियम में मैच शुरू होने से पहले उनका कोरोना वायरस टेस्ट किया जाता है.


'2 हफ्ते होटल में रहना निराशाजनक'


गांगुली को हालांकि उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम को कुछ छूट मिल सकती है. भारत को इस साल होने वाले इस दौरे पर चार टेस्ट की सीरीज खेलनी है जिसमें डे-नाइ टेस्ट भी शामिल है.


गांगुली ने एक निजी चैनल के शो पर कहा, ‘‘हमने उस दौरे की पुष्टि कर दी है. दिसंबर में हम जा रहे हैं. हम सिर्फ इतनी उम्मीद कर रहे हैं कि क्वॉरंटीन के दिनों में कुछ कमी की जाएगी.’’


उन्होंने कहा, ‘‘क्योंकि हम नहीं चाहते कि खिलाड़ी इतनी दूर जाएं और दो हफ्ते तक होटल के कमरों में बैठे रहें. यह बेहद अवसादपूर्ण और निराशाजनक होता है.’’


गांगुली ने कहा, ‘‘और जैसा कि मैंने कहा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड अच्छी स्थिति में हैं, मेलबर्न को छोड़कर. इसलिए उस नजरिये से हम वहां जा रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि क्वॉरंटीन के दिन कम होंगे और हम क्रिकेट में वापसी कर पाएंगे.’’


ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस के अब तक 9000 से अधिक मामले सामने आए हैं जिसमें से 7500 से अधिक इस बीमारी से उबर चुके हैं. अब तक इस घातक बीमारी से 107 लोगों की मौत हुई है.


कोहली के करियर को नई राह देगी ऑस्ट्रेलिया सीरीज


गांगुली ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया सीरीज कप्तान विराट कोहली के लिए करियर को नई राह देने वाली होगी. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि मैं दिसंबर तक अध्यक्ष पद पर रहूंगा या नहीं. लेकिन कप्तान का यह कार्यकाल मापदंड होगा. यह सीरीज मील के पत्थर की तरह होगी.’’


बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली ने कहा, ‘‘मैं उसके (कोहली के) संपर्क में हूं, उसे कह रहा हूं कि तुम्हें फिट रहना होगा. तुमने छह महीने से क्रिकेट नहीं खेला है.’’


उन्होंने कहा, ‘‘आपको सुनिश्चित करना होगा कि आपके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज दौरे के लिए तैयार और फिट रहें. फिर वह चाहे मोहम्मद शमी हो या जसप्रीत बुमराह या इशांत शर्मा या फिर हार्दिक पंड्या. जब वे ऑस्ट्रेलिया पहुंचे तो अपनी शीर्ष मैच फिटनेस पर होने चाहिएं.’’


बोर्ड के कामकाज में आ रही परेशानी


पूर्व भारतीय कप्तान ने इस महामारी के बीच बोर्ड के संचालन में आ रही परेशानियों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘‘यह अवास्तविक है. चार महीने से हम मुंबई में अपने दफ्तर नहीं गए. बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में यह मेरा सातवां या आठवां महीना है जिसमें से चार महीने कोरोना वायस की भेंट चढ़ गए.’’


उनके और सचिव जय शाह के कार्यकाल में विस्तार के लिए बीसीसीआई की उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका पर गांगुली ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि हमें विस्तार मिलेगा या नहीं. अगर नहीं मिलता, हम पद पर नहीं रहेंगे, मैं कुछ और करूंगा.’’


पदाधिकारियों के कार्यकाल को सीमित करने वाले लोढा समिति के प्रशासनिक सुधारों के अनुसार गांगुली और शाह का कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है.


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