बीसीसीआई ने करीब एक साल बाद घरेलू क्रिकेट की वापसी का खाका तैयार कर लिया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने लिमिटिड मैचों के सीजन के लिए राज्यों संघों की सलाह मांगी है. बीसीसीआई अगले एक महीने में देश के कई इलाकों में बायो सिक्योर माहौल करने की तैयारी कर रहा है.


संघों को लिखे पत्र में बोर्ड ने घरेलू मुकाबलों के आयोजन को लेकर चार विकल्प दिए हैं जिसमें पहला विकल्प सिर्फ रणजी ट्रॉफी का आयोजन है. दूसरा विकल्प सिर्फ सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट का आयोजन है.


तीसरे विकल्प में रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का संयोजन होगा जबकि चौथा विकल्प दो सीमित ओवरों के टूर्नामेंट के लिए विंडो तैयार करना है. पत्र के अनुसार बीसीसीआई ने टूर्नामेंट के संभावित समय पर भी बात की है. रणजी ट्रॉफी (11 जनवरी से 18 मार्च) के लिए 67 दिन प्रस्तावित किए गए हैं.


मुश्ताक अली ट्रॉफी के आयोजन के लिए 22 दिन (20 दिसंबर से 10 जनवरी) की जरूरत होगी जबकि अगर विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन होता है तो यह 11 जनवरी से सात फरवरी के बीच 28 दिन में आयोजित हो सकता है.


बीसीसीआई 38 टीमों के घरेलू टूर्नामेंट के लिए छह स्थानों पर जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण तैयार करेगा. पत्र में कहा गया है, ''38 टीमों को पांच एलीट समूह और एक प्लेट समूह में बांटा जाएगा. एलीट समूह में छह-छह टीमें होंगी जबकि प्लेट समूह में आठ टीमें होंगी.''


प्रत्येक जैविक रूप से सुरक्षित वातारण में तीन आयोजन स्थल होंगे और मैचों का डिजिटल प्रसारण किया जाएगा. बोर्ड ने हाल में इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन यूएई में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में किया था और अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जोर देते हुए कहा था कि आम तौर पर अगस्त में होने वाले घरेलू सत्र भी शुरू किया जा सकता है.


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