पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष एहसान मनी ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों को एक बार फिर से बहाल करने की मांग की है. एहसान मनी का मानना है कि क्रिकेट के माध्यम से ही दोनों देशों के कूटनीतिक संबंध बेहतर हो सकते हैं.


भारत-पाक सीमा पर तनाव के कारण दोनों देशों के बीच जनवरी 2013 के बाद से एक भी बायलेटलर सीरीज नहीं खेली गई है. हालांकि दोनों टीमें आईसीसी के टूर्नामेंटों में तब से लेकर अब तक 10 बार आमने-सामने हो चुके हैं.


एहसान मनी ने एक इंटरव्यू में कहा, " अहम बात यह है कि हम एक-दूसरे के खिलाफ क्रिकेट खेलते हैं. जब हम भारत जाते हैं और जब वे यहां आते हैं तो इससे लोगों का लोगों से संपर्क बढ़ता है. लाखों प्रशंसक भारत से पाकिस्तान आते हैं और वे खुश होकर जाते हैं."


उन्होंने कहा, "खेलों और सांस्कृतिक संपर्क के अलावा दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार करने का और कोई तरीका नहीं है. भारत के लोग भी भारत-पाकिस्तान को खेलते देखना चाहते हैं और पाकिस्तान के लोग भी ऐसा ही चाहते हैं. भारत आईसीसी टूर्नामेंटों में हमारे खिलाफ खेलता है, लेकिन वह हमसे बायलेटलर सीरीज नहीं खेलना चाहता. मुझे लगता है कि यह कुछ चीजें है जिसपर विचार करने की जरुरत है."


मनी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान मैच का विश्व में सबसे ज्यादा वित्तीय महत्तव है. हालांकि उन्होंने साथ ही कि पीसीबी के लिए वित्तीय महत्व से ज्यादा क्रिकेट संबंधों को फिर से शुरू करना है.


यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान, भारत से बायलेटलर सीरीज खेले बिना जिंदा रह सकता है, उन्होंने कहा, "हमेशा".


पीसीबी चेयरमैन ने कहा, "पैसा खेल से ज्यादा मायने नहीं रखता है. दुनिया में अन्य मैचों की तुलना में भारत-पाकिस्तान के प्रशंसक ज्यादा है. यदि भारत सरकार अपने नागरिकों को भारत-पाकिस्तान मैच देखने से रोकता है कि यह उनका फैसला है."