मार्च के दूसरे हफ्ते के बाद से ही भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी अपने घरों में कैद हैं. सरकार ने 1 जून से अनलॉक 1.0 की शुरुआत कर दी है, लेकिन क्रिकेटर्स के मैदान पर लौटने को लेकर कोई साफ जानकारी सामने नहीं आई है. हालांकि बीसीसीआई अब अपने खिलाड़ियों के लिए अगस्त-सितंबर के बीच कैम्प लगाने के बारे में सोच रही है.


बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि बोर्ड खिलाड़ियों को मानसून के बाद मैदान पर लाने पर विचार कर रहा है ताकि वह घर में समय बिताने के बाद क्रिकेट गतिविधियों में वापस लौट सकें. उन्होंने कहा, "एक बार मानसून खत्म होने के बाद हम तैयारी करने पर विचार कर रहे हैं. अगस्त-सितंबर के बीच हम अपने खिलाड़ियों को एक साथ लाने और उनके खेल पर, उन्हें जोन में लाने के बारे में सोच रहे हैं. आपको समझना होगा कि मसल मेमौरी को तालमेल की जरूरत होती है और यह लोगे पेशेवर हैं. इसलिए यह सबसे ज्यादा शारीरिक पक्ष की अपेक्षा मानसिक पहलू की बात है. यह लोग लॉकडाउन में भी अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं."


उनसे जब पूछा गया कि क्या राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कैम्प हो सकता है तो उन्होंने कहा, "यह कहना जल्दबाजी होगा. अंतर्राज्यीय यातायात में और छूट मिलने दीजिए. देखते हैं कि महीने के बाद किस तरह से चीजें होती हैं और इसके बाद हम फैसला लेंगे कि कैम्प एनसीए में होगा या नहीं."


इस जानकारी से साफ है कि अभी इंडियन टीम के क्रिकेटर्स कम से कम सितंबर तक कोई सीरीज खेलते हुए दिखाई नहीं देंगे. हालांकि वर्ल्ड कप का आयोजन रद्द होने की स्थिति में अक्टूबर नवंबर में इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के आयोजन की संभावना बन सकती है.


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