टीम इंडिया के व्यस्त कार्यक्रम को लेकर बीसीसीआई पर हमला करने वाले कप्तान विराट कोहली के बयान के बाद बीसीसीआई ने अपना जवाब दे दिया है. बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा कि बोर्ड को कप्तान विराट कोहली के ‘व्यस्त कार्यक्रम’ के विचार पर गंभीरता से आकलन करने की जरूरत है.



खन्ना यह भी चाहते हैं कि बोर्ड सदस्य इतने कम समय में लगातार तीन सीरीज रखने के फैसले पर भी ध्यान दें.

खन्ना ने कहा, ‘‘विराट भारतीय कप्तान हैं और क्रिकेटिया मामलों में उनके विचारों को पूरी गंभीरता से देखा जाना चाहिए. हमें टीम के प्रदर्शन पर गर्व है लेकिन अगर खिलाड़ी थके हुए महसूस कर रहे हैं तो हमें इस मुद्दे पर विचार करने की जरूरत है. ’’ इस अनुभवी प्रशासक ने स्वीकार किया कि बोर्ड को भविष्य की घरेलू सीरीज के आयोजन पर ध्यान देने की जरूरत है.

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें आकलन करना चाहिए कि क्या खिलाड़ियों को बिना ब्रेक दिये लगातार तीन सीरीज आयोजित करना अच्छा विकल्प है या नहीं. इस मामले को उचित मंच पर उठाया जाना चाहिए. यह अच्छा होगा, अगर इस मुद्दे को नौ दिसंबर को होने वाली आम सभा बैठक में शामिल किया जाये. ’’

भारतीय क्रिकेटर आईपीएल के शुरू होने के बाद से लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं, इसके बाद आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के दौरे के बाद घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ लगातार तीन सीरीज में 23 मैच (तीन टेस्ट, 11 वनडे और नौ टी20 अंतरराष्ट्रीय) खेले. बीसीसीआई सामान्य रूप से घरेलू सीरीज अक्तूबर से दिसंबर में आयोजित करता है और यह ऐसा समय है जिसकी उन्होंने आईसीसी से मांग की थी. वैसे मूल रूप से नवंबर-दिसंबर का समय 2023 तक प्रत्येक साल पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए निर्धारित किया गया था, इसी के अनुरूप प्रसारक और आयोजकों को तय किया गया था.

हालांकि मौजूदा परिदृश्य में बीसीसीआई पाकिस्तान के साथ सीरीज नहीं खेल सकता जिससे दो महीने की विंडो खाली है.

बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘‘न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ दो सीरीज पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज की जगह करायी गयी. केवल ऑस्ट्रेलिया सीरीज ही भविष्य दौरा कार्यक्रम में शामिल थी क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ समझौते पत्र के हिसाब से दोनों देश जब एक दूसरे का दौरा करेंगे तो टेस्ट और सीमित ओवर की सीरीज अलग दौरे के रूप में मानी जायेंगी. ’’