इंग्लैंड की रेस्ट (आराम) और रोटेशन नीति पिछले काफी समय से चर्चा में है. दरअसल, भारत दौरे पर टेस्ट सीरीज़ में मिली हार के बाद कई पूर्व खिलाड़ियों ने इसपर सवाल उठाए थे. अब भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है. 


जो रूट ने कहा है कि रोटेशन नीति को छोड़ने का समय आ गया है, जिससे कि भारत के खिलाफ और फिर एशेज में सबसे मजबूत संभावित टीम उतारी जा सके. बता दें कि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) की रोटेशन नीति उस समय विश्व क्रिकेट में चर्चा का विषय बन गई थी जब इस साल की शुरुआत में वे अपनी सबसे मजबूत टीम के साथ भारत दौरे पर नहीं गए थे और सीरीज़ 1-3 से गंवाने के कारण विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल की दौड़ से बाहर हो गए थे. 


विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के नए सीज़न की शुरुआत भारत और इंग्लैंड के बीच नॉटिंघम में चार अगस्त से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ के साथ होगी. जो रूट ने कहा, "हम ऐसे समय में आ गए हैं जहां आराम और रोटेशन की नीति को पीछे छोड़ना होगा. उम्मीद करते हैं कि अगर सभी फिट हुए तो हम अपनी सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध टीम उतारेंगे. यह काफी रोमांचक होगा और मैं इसे लेकर उत्सुक हूं."


जॉनी बेयरस्टो और मार्क वुड भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट में नहीं खेले थे, लेकिन चौथे टेस्ट में उतरे थे. टीम के पहली पसंद के विकेटकीपर जोस बटलर सीरीज़ के पहले मुकाबले के बाद स्वदेश लौट गए थे. 


हालांकि, रूट ने उम्मीद जताई कि इस बार ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा, "हमें दो शानदार प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ 10 बेहद कड़े टेस्ट खेलने हैं. लेकिन यह हमारे पास दमदार क्रिकेट खेलने का शानदार मौका है और अगर सभी फिट और उपलब्ध हुए तो हमारे पास अच्छी टीम होगी."


रूट ने कहा कि भारत के खिलाफ कड़ी सीरीज़ एशेज की आदर्श तैयारी होगी और इसलिए जरूरी है कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी उपलब्ध रहें. उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि अगले पांच टेस्ट के दौरान हम अपनी सबसे मजबूत टीम को खिलाने का प्रयास करें या इन मैचों के लिए हमारी सबसे मजबूत टीम उपलब्ध हो. ऐसा हम आगामी सीरीज़ विशेषकर एशेज की तैयारी के लिए करेंगे. सुनिश्चित करेंगे कि इन बड़े मैचों के दौरान सभी अपनी फॉर्म के शीर्ष पर हों."


रूट ने कहा, "डब्ल्यूटीसी फाइनल को देखना और इसका हिस्सा नहीं होना, इसे देखकर आप इस विशेष चीज का हिस्सा बनना चाहते हैं. हमारे पास अब मौका है कि हम थोड़ा और आगे जाएं और पहली बार की तुलना में बेहतर काम करें. मैं उम्मीद करता हूं कि हमें सभी खिलाड़ियों के बीच से टीम चुनने का मौका मिलेगा."


केविन पीटरसन, इयान बेल और माइकल वॉन सहित इंग्लैंड के कई पूर्व क्रिकेटरों ने भारत के खिलाफ महत्वपूर्ण सीरीज़ में सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं उतराने के लिए ईसीबी को लताड़ा था. एक अन्य मुद्दा जिसे लेकर रूट चिंतित हैं वह यह है कि खिलाड़ियों को उनके परिवार के साथ एशेज सीरीज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने की स्वीकृति दी जाए.