दक्षिण भारत की लोकप्रिय कर्नाटक प्रीमियर लीग में सट्टेबाजों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम ने बीते सोमवार को केपीएल फ्रेंचाइजी बेलगावी पैंथर्स के मालिक अली अशफाक को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है.


क्राइम ब्रांच को टीम मालिक अली अशफाक के खिलाफ मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़े पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं.


क्राइम ब्रांच के जॉइंट पुलिस कमिशनर संदीप पाटिल के मुताबिक बेलागावी पैंथर्स के मालिक अशफाक अली के खिलाफ इतने सबूत मिल गए हैं जिससे यह साबित हो जाएगा कि वह मैच फिक्सिंग जैसी गतिविधियों में शामिल था.


संदीप पाटिल ने कहा, ''केपीएल के पीछले सीजन में अशफाक अली मैच के दौरान सट्टेबाजी की थी और इसका सबूत भी हमारे पास है.''


केपीएल के आठवें सीजन में अशफाक की बेलगावी पैंथर्स क्वालीफायर स्टेज तक पहुंची थी. बेलगावी पैंथर्स को क्वालीफयर- 2 हुबली टाइगर्स के खिलाफ हार सामना करना पड़ा था जिसकी वजह से टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई.


आपको बता दें कि भारत की यह पहली क्रिकेट लीग है जिसका आयोजन किसी राज्य क्रिकेट संघ के द्वारा किया जा रहा है. केपीएल की इस फ्रेंचाइजी के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने वाले मनीष पांडे भी जुड़े हैं.


अशफाक अली की गिरफ्तारी के बाद संदीप पाटिल ने कहा, ''इस मामले की चांज में हम टीम के खिलाड़ियों और मैनजमेंट से भी पूछताछ करेंगे. इसके साथ ही अशफाक केपीएल के अन्य टीमों के खिलाड़ियों के साथ भी संपर्क में था ऐसे में वो सभी खिलाड़ी जांच की घेरे में हैं.''


इसके साथ बेंगलुरु क्राइम ब्रांच की टीम केएसी, बीसीसीआई और एंटी करप्शन यूनिट के साथ भी संपर्क में है. पुलिस की रिपोर्ट के आधार एसीयू की टीम अपनी जांच पड़ताल के बाद सट्टेबाजी की तह तक जाएगी.