Coronavirus: कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अब भारत के खिलाड़ी सहयोग देने के लिए सामने आ रहे हैं. पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री और पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मीरतन शुक्ला ने अपना पांच महीने का विधायक वेतन और बीसीसीसीआई से मिलने वाली पेंशन को कोरोनावायरस से जारी लड़ाई में लगाने का फैसला किया है. इसी के साथ वह मैदान के ग्राउंड स्टाफ की चावल और दाल बांट कर मदद कर रहे हैं.
शुक्ला ने कहा, "1999 में मैंने करगिल युद्ध में दान देकर केंद्र सरकार की मदद की थी. अब मैं मंत्री हूं और साथ ही इस देश का जिम्मेदार नागरिक. इसलिए आज मैंने मैदान के ग्राउंडस्टाफ को चावल और दाल बांट कर उनकी मदद करने की कोशिश की."
उन्होंने कहा, "हमें इस बीमारी से एक साथ लड़ने की जरूरत है. ग्राउंड स्टाफ को भी मदद की जरूरत होती है. मैंने अच्छे-खासे समय तक क्रिकेट खेली है और अब मैं मदद कर सकता हूं तो मुझे करना चाहिए."
सचिन-गांगुली की जोड़ी भी आई आगे
मैदान पर सबसे कामयाब बल्लेबाजों में से एक रहे सचिन तेंदुलकर ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में 50 लाख रुपये दान देने का फैसला किया है. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी कोरोना वायरस की वजह से राज्य में वापस लौटने वाले मजदूरों के लिए 50 लाख रुपये के चावल बांटने का एलान कर चुके हैं.
खिलाड़ियों में सबसे पहले मदद की पहल भारत के नंबर पर रेसलर बजरंग पुनिया ने की थी. बजरंग पुनिया ने कहा ने अपनी 6 महीने की सैलेरी राहत कोष में देने का एलान किया. इसके बाद बैंडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने भी 10 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की.