352 रनों को चेस करते हुए कर्नाटक की टीम का स्कोर 3 विकेट पर 98 रन हो गया था. इसके बाद टीम ने 79 रनों के भीतर ही 7 विकेट गंवा दिए. ये सबकुछ 16.3 ओवरों में हुआ. अंतिम दिन सिर्फ 115 मिनट तक ही चल पाया जहां मुकेश कुमार ने बंगाल को फाइनल में पहुंचा दिया.
बंगाल की टीम ने आखिरी बार 1989-90 में रणजी ट्रॉफी पर कब्जा किया था. इस दौरान सौरव गांगुली ने डेब्य किया था तो वहीं साल 2007 में आखिरी सीजन टीम फाइनल में पहुंची थी जहां टीम को 132 रनों से मुंबई ने मात दिया था. बंगाल का मुकाबला अब गुजरात और सौराष्ट्र पर निर्भर है. यहां जो टीम जीतेगी वो बंगाल के साथ रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेलेगी. फाइनल मुकाबला 9 मार्च को खेला जाएगा.
विजय हजारे ट्रॉफी और सय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी की विजेता टीम कर्नाटक इस बार बंगाल के हाथों रणजी ट्रॉफी में बाहर हो गई.