आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 अब भारतीय फैंस के लिए खत्म हो चुका है. न्यूजीलैंड ने कल सेमीफाइनल मुकाबले में भारत को 18 रनों से हरा दिया. रिजर्व डे पर हो रहे मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी की और भारत के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा जिसे टीम चेस नहीं कर पाई और सभी ऑल आउट हो गए. लेकिन इस दौरान मैच न्यूजीलैंड की झोली में पूरी तरह से तब आया जब धोनी रन आउट हो गए. लेकिन अब गलत अंपायरिंग को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं जहां ये कहा जा रहा है कि जिस गेंद पर धोनी आउट हुए वो नो बॉल थी.



धोनी और जडेजा जब क्रीज पर थे तो एक समय ऐसा लग रहा था जैसे दोनों इस मैच को जीता कर ही मानेंगे. लेकिन जडेजा के आउट होने के बाद धोनी पर प्रेशर आ गया और फिर उन्होंने अपना गियर चेंज कर अटैक करना शुरू किया. इस बीच वो भुवनेश्वर कुमार को स्ट्राइक नहीं देना चाहते थे. लेकिन तभी एक गेंद पर उन्होंने 2 रन भागने की कोशिश की और वो गुप्टिल के फेंके गए थ्रो का शिकार होकर रन आउट हो गए.



मैच के बाद एमएस धोनी के रन आउट होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल भारत को आखिरी दो ओवरों में 31 रन चाहिए थे. विकेटों के बीच सबसे बेहतरीन दौड़ के लिये मशहूर धोनी अपने करियर के शुरू में भी रन आउट हुए थे. इसके बाद भारतीय पारी सिमटने में देर नहीं लगी. हालांकि फर्गुसन की जिस गेंद पर धोनी रन आउट हुए उससे पहले टीवी पर न्यूजीलैंड की फील्डिंग का ग्राफिक दिखाया गया जिसमें 6 खिलाड़ी 30 गज के घेरे से बाहर खड़े दिखाई दे रहे हैं. आईसीसी के नियमों के मुताबिक तीसरे पावर प्ले में 5 से ज्यादा फील्डर 30 गज के घेरे से बाहर नहीं होने चाहिए. स्पोर्ट्स चैनल पर दिखाए गए लाइव ग्राफिक के मुताबिक 6 खिलाड़ी सर्कल के बाहर खड़े दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में अंपायर्स को इसे नो बॉल देना चाहिए था.






ऐसे में अब ये भी कहा जा रहा है कि नो बॉल पर रन आउट होता है. लेकिन रन निकालने से पहले धोनी अगर फिल्ड चेक करते तो शायद वो गुप्टिल को अंदर देख 2 रन नहीं लेते. हालांकि अब सोशल मीडिया पर ये क्लिप काफी वायरल हो रही है. जहां धोनी के रनआउट को लेकर अंपायर और फील्डिंग पर सवाल उठाए जा रहे हैं.