इस संबंध में सामने आई आदेश की कॉपी में कहा गया है, "द्रविड़ को हितों के टकराव से मुक्त पाया गया है. इस सम्बंध में दोनों पक्षों को जानकारी दे दी गई है. साथ ही बीसीसीआई को भी बता दिया गया है. यह इस मामले में अंतिम फैसला रहेगा."
द्रविड़ को 12 नवम्बर को जैन के सामने पेश होना था. द्रविड़ अभी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख हैं. मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता की शिकायत पर एथिक्स ऑफिसर ने द्रविड़ को कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के सम्बंध में नोटिस दिया था.
गांगुली ने किया था बचाव
अपनी शिकायत में गुप्ता ने कहा था कि द्रविड़ एनसीए के निदेशक हैं और साथ ही साथ वह आईपीएल फ्रेंजाइजी चेन्नई सुपर किंग्स का मालिकाना हक रखने वाली इंडिया सीमेंट्स ग्रुप में उपाध्यक्ष भी हैं. द्रविड़ ने हालांकि इन आरोपों के बचाव में कहा था कि उन्होंने इंडिया सीमेंट्स के अपने पद से छुट्टी ले रखी है.
IND Vs BAN 1st Test Day 2 Lunch: शतक के करीब अग्रवाल, भारत ने 38 रन की बढ़त बनाई
इंडिया सीमेंट्स के सीनियर जनरल मैनेजर जी. विजयन ने साफ-साफ लिखा है कि द्रविड़ ने बीसीसीआई और एनसीए प्रमुख के तौर पर अपनी प्रतिबद्धताओं को देखते हुए दो साल की छुट्टी ले रखी है. बीसीसीआई का कामकाज देखने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने द्रविड़ का बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि द्रविड़ का छुट्टी पर रहना उन्हें हितों के टकराव से दूर रखता है.
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी द्रविड़ पर लगे कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के आरोपों को लेकर काफी नाराजगी जाहिर की थी. गांगुली ने कहा था कि कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट भारतीय क्रिकेट में एक नया फैशन बन गया है. यह खबरों में रहना का तरीका है.