बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर 11 करोड़ रुपये की अनियमितताओं के आरोप, खिलाड़ियों को नहीं मिला टीए डीए

एबीपी न्यूज़, एजेंसी Updated at: 07 Aug 2020 07:26 AM (IST)

सीनियर लेवल से अंडर 16 लेवल तक के खिलाड़ियों को पिछले सीजन का टीए और डीए नहीं मिला है.

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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. लेकिन उसके बावजूद बीसीसीआई के लिए खेलने वाले बिहार के क्रिकेटर्स को आर्थिक मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है. सीनियर लेवल से लेकर अंडर 16 में बीसीसीआई के लिए खेलने वाले बिहार के सैकड़ों खिलाड़ियों को पिछले सीजन का महंगाई भत्ता और यात्रा भत्ता और मैच फीस नहीं मिली है .


याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने इस संबंध में बीसीसीआई सचिव जय शाह को पत्र लिखकर बोर्ड पर 11 करोड़ रुपये तक की वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है. प्रदेश संघ के महासचिव संजय कुमार का कहना है कि वर्मा के आरोप सही हैं.


संजय कुमार ने कहा, 


हम अपने सीनियर, अंडर 23, अंडर 19 और अंडर 16 क्रिकेटरों और महिला क्रिकेटरों को भुगतान नहीं कर सके हैं. हमें पिछले साल प्रशासकों की समिति से दस करोड़ 80 लाख रुपये मिले थे, लेकिन अधिकांश पैसा पदाधिकारियों के वेतन चुकाने में खर्च हो गया.-


सीनियर टीम के एक खिलाड़ी को 750 रुपये, अंडर 23, अंडर 19 को 500 रुपये जबकि अंडर 16 खिलाड़ियों को 350 रुपये टीए डीए मिलता है. कुमार ने कहा, 


सीनियर टीम के एक नियमित खिलाड़ी का एक सीजन का टीए, डीए 75000 रुपये होता है अगर वह सारे प्रारूप खेलता है. हम समझते हैं कि खिलाड़ी दबाव में हैं. उन्हें मैच फीस भी नहीं मिली है और इसे लेकर वे आवाज भी नहीं उठा सकते.-


आदित्य वर्मा ने कहा, 


मैं बोर्ड सचिव से अनुरोध करूंगा कि बिहार के क्रिकेटरों के हालात पर गौर करे जिन्हें कोई पैसा नहीं मिला, जबकि बोर्ड ने 11 करोड़ रुपये उनके लिये दिये थे.-


बता दें कि हाल ही में एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि बीसीसीआई का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले खिलाड़ियों को भी पिछले कई महीने से वेतन नहीं मिला है.


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