Birthday Special: कैसा रहा भारत के सबसे महान ऑलराउंडर कपिल देव का इंटरनेशनल करियर, इन बड़े रिकॉर्ड को किया अपने नाम
Kapil Dev Birthday: भारत को 1983 में पहला विश्व कप जिताने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव आज 63 साल के हो गए हैं. जानिए कैसा रहा उनका इंटरनेशनल करियर.
Kapil Dev Birthday: भारतीय क्रिकेट टीम को सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाने में अहम योदगान अदा करने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव आज अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं. कपिल के जन्मदिन पर आइये जानें कैसा रहा उनका इंटरनेशनल करियर और उनके कुछ खास रिकॉर्ड.
कपिल देव ने अक्टूबर 1978 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था. हालांकि, अपने पहले मैच में वह उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके थे. लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में सिर्फ 33 गेंदो में अर्धशतक लगाकर कपिल ने साबित कर दिया था कि वह एक फुलटाइम ऑलराउंडर हैं.
1982 में मिली कप्तानी
कपिल देव के लगातार गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने के बाद 1982 में वेस्टइंडीज दौरे पर उन्हें फुलटाइम कप्तान बना दिया गया. इस सीरीज के एक मुकाबले में कपिल ने 72 रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी. इस जीत ने ही टीम इंडिया को यह एहसाल दिलाया था कि वो विश्व कप में वेस्टइंडीज को मात दे सकती है.
1983 विश्व कप में खेली 175 रनों की पारी
कपिल देव ने 1983 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 138 गेंदो में 175 रनों की शानदार पारी खेली. इस पारी के दौरान कपिल ने 16 चौके और छह छक्के लगाए. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में भी कपिल ने निचले क्रम में बेहतरीन बल्लेबाज़ी की और फिर तीन विकेट चटकाए.
1983 विश्व कप में ऐसा रहा कपिल का प्रदर्शन
1983 विश्व कप में कपिल ने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल का प्रदर्शन किया था. इसके साथ ही उनकी फिल्डिंग भी बेमिसाल रही थी. कपिल ने टूर्नामेंट के आठ मैचों में 60.6 की औसत से 303 रन बनाए और 12 विकेट चटकाए. साथ ही उन्होंने सात कैच भी पकड़े.
400 विकेट और 5000 से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते खिलाड़ी
कपिल देव दुनिया के इकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं, जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 5000 से ज्यादा रन और 400 से ज्यादा विकेट हैं.
कपिल टेस्ट क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज़ हैं. उनके नाम 434 टेस्ट विकेट हैं.
कपिल देव भारत को विश्व कप का खिताब जिताने वाले पहले कप्तान हैं.
कपिव देव को 2002 में विजडन द्वारा भारतीय क्रिकेटर ऑफ द सेंचुरी के रूप में नामित किया गया था.