भारतीय क्रिकेट के महातम कप्तानों में से एक सौरव गांगुली आज अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं. गांगुली का जन्म 8 जुलाई 1972 को कोलकाता में हुआ था.


भारतीय क्रिकेट की सफलता में  सौरव गांगुली के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है. गांगुली ने जब टीम की कमान संभाली तब भारतीय टीम मैच फिक्सिंग की उथल पुथल के दौर गुजर रही थी लेकिन प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम मशहूर गांगुली ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को एक नई दिशा दी.


गांगुली ने अपनी कप्तानी भारतीय टीम को ना सिर्फ घर में बल्की विदेशी सरजमीं पर भी जीतने की भूख पैदा की. गांगुली के जन्मदिन के इस खास मौके पर आइए जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें...




  • सौरव गांगुली ने भारतीय टीम में वेस्टइंडीज के खिलाफ 11 जनवरी 1992 में डेब्यू किया था. डेब्यू के बाद गांगुली को भारतीय टीम में मौके के लिए काफी इंतजार करना पड़ा और चार साल बाद उन्हें टीम में जगह मिली.


 

  • वनडे क्रिकेट में डेब्यू के बाद गांगुली ने चार साल बाद 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया. गांगुली का टेस्ट डेब्यू धमाकेदार रहा और अपने पहले और दूसरे मैच में शतक जड़ा. गांगुली को इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया.


 

  • सौरव गांगुली भारतीय टीम के लिए 113 टेस्ट 311 वनडे मैचों में प्रतिनिधित्व किया. टेस्ट क्रिकेट में गांगुली ने 41.02 की औसत 11363 रन बनाए जिसमें 72 अर्द्धशतक और 22 शतक शामिल है. वहीं टेस्ट में 42.17 की औसत से रन बनाते हुए 7212 रन बनाए. टेस्ट में गांगुली ने 35 अर्द्धशतक और 16 शतक जड़े हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनका सार्वधिक स्कोर 239 रन का है.


 

  • टेस्ट क्रिकेट में सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम का विदेशी धरती पर शानदार प्रदर्शन रहा है. गांगुली की कप्तानी ने भारत ने विदेशी सरजमीं पर 28 मैच खेले जिसमें टीम को 11 मैचों में जीत मिली. इस मामले में वह विराट कोहली के बाद वह दूसरे स्थान पर हैं.


 

  • सौरव गांगुली ने 5 साल तक टीम इंडिया की कमान संभाली. साल 2000 से 2005 के बीच गांगुली की कप्‍तानी में भारत ने 49 टेस्ट मैचों मे से 21 में जीत दर्ज की जबकि 13 में हार का सामना करना पड़ा और 15 मैच ड्रॉ रहे.


 

  • टेस्ट के अलावा वनडे में भी गांगुली का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. गांगुली साल 1999 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन की धमाकेदार पारी आज भी फैंस के जहन में है. जिसमें 7 गगनचुंबी छक्के लगाए थे. वनडे में गांगुली की यह सर्वश्रेष्ठ पारी है. विश्व कप में किसी भी भारतीय खिलाड़ी का ये सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर भी है.


 

  • इसे अलावा वनडे क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के दमपर गांगुली ने लगातार सबसे अधिक बार मैन ऑफ द मैच जीतने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. उन्होंने 1997 में पाकिस्तान के खिलाफ 4 मैचों में मैन ऑफ द मैच जीतकर ये रिकॉर्ड बनाया था.


 

  • वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने के मामले में गांगुली तीसरे भारतीय हैं. वनडे में गांगुली कुल 31 बार मैन ऑफ द मैच रह चुके हैं. इस मामले में सबसे पहले स्थान पर महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर 61 और विराट कोहली 33 बार मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड अपने नाम किया है.


 

  • वनडे क्रिकेट में गांगुली की सबसे बड़ी उपलब्धि में एक साल 2003 विश्व कप का फाइनल है. गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम 20 साल बाद विश्व कप के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई थी.