बिशन सिंह बेदी ने अपने अयोग्य बेटे को दिल्ली की टीम में शामिल करने की कोशिश की थी- गौतम गंभीर
गंभीर ने इन बातों का उस वक्त खुलासा किया जब करनाल के तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने अपने पहले ही मैच में 3 विकेट लेकर सबको चौंका दिया. बेदी ने कहा कि मैंने नवदीप सैनी के बारे में कभी कुछ नकारात्मक नहीं कहा. दिल्ली क्रिकेट संघ की नियमों के मुताबिक दूसरे राज्यों के क्रिकेटरों के लिए एक साल का इंतजार का समय रखा गया है.
बिशन सिंह बेदी से जब गौतम गंभीर के बयान के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, ‘मुझे गौतम गंभीर की तरह गिरी हुई हरकत करने की जरूरत है. मैं ट्विटर पर दिए गए उनके बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा. बेदी ने कहा कि मैंने नवदीप सैनी के बारे में कभी कुछ नकारात्मक नहीं कहा, इसके साथ ही अगर किसी ने कुछ हासिल किया है तो यह उसकी प्रतिभा है ना कि किसी और की वजह से.Kudos Navdeep Saini on ur India debut. U already have 2 wkts even before u have bowled— @BishanBedi & @ChetanChauhanCr. Their middle stumps are gone seeing debut of a player whose cricketing obituary they wrote even before he stepped on the field, shame!!! @BCCI pic.twitter.com/skD77GYjk9
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) August 3, 2019
भाजपा के पूर्व सांसद और उत्तर प्रदेश सरकार के मौजूदा मंत्री चेतन चौहान ने ट्वीट कर गंभीर को जवाब दिया. उन्होंने लिखा, ‘दिल्ली क्रिकेट संघ की नियमों के मुताबिक दूसरे राज्यों के क्रिकेटरों के लिए एक साल का कूलिंग पीरियड (इंतजार का समय) रखा गया है. इस मामले में प्रतिभा और क्षमता की बात ही नहीं है. खुद को महिमामंडित करने के लिए दूसरों को छोटा दिखाने की कोशिश मत करो.’😂 @BishanBedi talking about “stooping to conquer” 😂,man who was pushing his undeserving son for selection or @ChetanChauhanCr bent on getting his nephew in DDCA team. Shame. Also reproducing Bedi’s comments on Navdeep in a protest letter of 2013. Read onhttps://t.co/hhwMDViipZ
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) August 4, 2019
पीटीआई रिपोर्ट के अनुसार दोनों बेदी और चौहान जो डीडीसीए के सदस्य थे उन्होंने गौतम गंभीर को उस निर्णय को साफ मना कर दिया था जिसमें ये कहा गया था कि वो हरयाणा में जन्में सैनी को दिल्ली की रणजी टीम में लाना चाहते हैं. उस वक्त ये कहा गया था कि कैसे एक बाहरी खिलाड़ी को दिल्ली की टीम में लाया जा सकता है. गौतम गंभीर, बेदी और चेतन चौहान पर ये विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है जहां साल 2013 में सेलेक्शन को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं कि अगर ये पूर्व खिलाड़ी चाहते तो नवदीन सैनी को पहले मौका मिल जाता.Rule approved by Delhi Cricket Association was 1 year cooling period for players from other states.There was no question of talent n ability in his case. Don’t try n belittle others n glorify self
— Chetan Chauhan (@ChetanChauhanCr) August 4, 2019