विराट कोहली की गैरमौजूदगी में जब करीब दो हफ्ते पहले टीम इंडिया श्रीलंका में ट्राएंगुलर सीरीज खेलने गई थी तो टीम बदली हुई थी. विराट कोहली के अलावा धोनी, पांड्या जैसे खिलाड़ी भी टीम में नहीं थे. उन्हें बोर्ड ने आराम देने का फैसला किया था. रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम श्रीलंका पहुंची. इस टी-20 टूर्नामेंट में फैंस की दिलचस्पी कम ही थी.


लेकिन हुआ यूं कि पहले मैच में भारत हार गया, फिर बांग्लादेश ने श्रीलंका को 215 रनों का बड़ा स्कोर बनाकर हरा दिया और आखिरी लीग मैच में तो मैदान में जमकर ‘एक्शन’ हुआ. बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने क्रिकेट के मैदान को धक्कामुक्की की जगह बना दी, इस ‘एक्शन’ से ही इस सीरीज में भी रोमांच आ ही गया.


अब इसी सीरीज का फाइनल आज भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाना है. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कद के हिसाब से भारतीय टीम बांग्लादेश से कहीं ज्यादा मजबूत टीम है लेकिन सावधानी में ही सुरक्षा है का फॉर्मूला ही ठीक है. कुछ बातें ऐसी हैं कि बांग्लादेश की टीम से सावधान रहना चाहिए. सबसे पहले तो टीम इंडिया को इस टूर्नामेंट में बांग्लादेश को श्रीलंका के खिलाफ मिली दो जीत और उस जीत के जश्न की बात दिमाग से निकालनी होगी. बेहतर होगा आज के फाइनल को भी एक सामान्य मैच की तरह बगैर ‘एक्सट्रा प्रेशर’ के खेला जाए.


अलग ही जोश में दिख रही है बांग्लादेश की टीम
शुक्रवार को बांग्लादेश की टीम ने जरूरत से ज्यादा आक्रामकता दिखाई. श्रीलंका ने बांग्लादेश को 160 रनों का लक्ष्य दिया था. आखिरी ओवर में एक नो बॉल को लेकर बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाड़ियों में झड़प हुई. मैच रोकने तक की नौबत आ गई. खैर, मैच में 1 गेंद रहते महमुदुल्लाह के छक्के से बांग्लादेश की टीम ने मैच जीत लिया. इससे पहले भी बांग्लादेश ने लीग मैच में श्रीलंका को हराया था.


जाहिर है इस जीत के जश्न मनाया गया लेकिन बांग्लादेश की टीम का वो जश्न किसी भी लिहाज से खेल भावना के अनुकूल नहीं था. इन दो जीतों के बाद बांग्लादेश की टीम अलग जोश में हैं. उन्हें ये संदेश भी देना है कि क्रिकेट के मैदान में सिर्फ बवाल करना ही नहीं आता बल्कि वो अपने खेल से भी तारीफ और चर्चा बटोर सकते हैं. बांग्लादेश की टीम को इस बात का पता है कि पिछली जीत के बाद उनके बर्ताव की खूब आलोचना हुई है. आईसीसी ने उनके दो खिलाड़ियों पर मैच फीस का जुर्माना भी लगाया है. ऐसे में अब उन्हें अपने खेल से बाजी मारनी है. मैदान में बवाल को छोड़ दें तो उन्होंने श्रीलंका को दोनों मैचों में बहुत रोमांचक अंदाज में हराया है, इसलिए भी टीम इंडिया को सावधान रहना चाहिए. 







भारत के मुकाबले बांग्लादेश में हैं अनुभवी खिलाड़ी
पिछले एक दशक को कसौटी मान लें तो बांग्लादेश की मौजूदा टीम में भारत के मुकाबले अनुभवी खिलाड़ी ज्यादा हैं. भारतीय टीम में कप्तान रोहित शर्मा, शिखर धवन, दिनेश कार्तिक और सुरेश रैना ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दस साल या उससे ज्यादा का अनुभव है वरना बाकी की टीम लगभग नई ही है. इसके मुकाबले बांग्लादेश की टीम में 3 खिलाड़ी ऐसे हैं जो ना सिर्फ अनुभवी हैं बल्कि पिछले एक दशक में बांग्लादेश की हर बड़ी जीत के गवाह रहे हैं. ये तीन खिलाड़ी हैं तमीम इकबाल, मुश्फीकुर रहीम और शाकिब अल हसन.


आपको याद दिला दें कि 2007 विश्व कप में भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ जो शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था उसमें भी ये तीनों ही खिलाड़ी स्टार बने थे. इन तीनों खिलाड़ियों ने उस मैच में हाफसेंचुरी लगाई थी. तमीम इकबाल ने मैच की शुरूआत से ही जो आक्रामक बल्लेबाजी की थी वो अब भी क्रिकेट फैंस को याद है. जहीर खान को उन्होंने जो छक्का लगाया था वो कोई भूल नहीं सकता. खैर, पिछले 10 साल में बांग्लादेश की टीम ने करीब आधा दर्जन मैचों में बड़े उलटफेर किए हैं. उनके सामने चुनौती हमेशा रही है ‘कंसिसटेंसी’ की, आज भी टीम इंडिया के खिलाफ उनका इम्तिहान इसी कसौटी पर होगा.