BLOG: ऋषभ पंत के लिए ये सीरीज खोल सकती है विश्व कप का दरवाजा
ऋषभ पंत को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखे अभी 6 महीने भी नहीं हुए हैं, 6 महीने पहले यानि 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ जब उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट करियर की शुरूआत की थी तब उन्होंने नहीं सोचा होगा कि अगले साल यानि 2019 में वो फिर से इंग्लैंड आ सकते हैं.
ऋषभ पंत को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखे अभी 6 महीने भी नहीं हुए हैं. 6 महीने पहले यानि 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ जब उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट करियर की शुरूआत की थी तब उन्होंने नहीं सोचा होगा कि अगले साल यानि 2019 में वो फिर से इंग्लैंड आ सकते हैं. इस बार विश्व कप खेलने. ऐसा इसलिए क्योंकि वनडे फॉर्मेट में धोनी की जगह पक्की थी. उसके बाद दिनेश कार्तिक का नंबर था. अब हालात ऐसे बन गए हैं कि टीम मैनेजमेंट उन्हें विश्व कप की टीम में जगह देने के लिए गंभीरता से सोच रहा है. उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए बुलाया गया. तीन टी-20 मैचों की सीरीज का पहला मैच बुद्धवार को खेला जाना है.
आपको याद दिला दें कि पांच वनडे मैचों की सीरीज में भारत ने मेजबान न्यूज़ीलैंड को 4-1 के बड़े अंतर से हराया है. टी-20 सीरीज में भी भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा ही संभाल रहे हैं. विराट कोहली के साथ-साथ केएल राहुल भी फिलहाल टीम में नहीं हैं. ऐसे में ऋषभ पंत के पास मौका है कि वो टी-20 सीरीज में अपनी फॉर्म दिखाकर विश्व कप का टिकट हासिल करें. पिछले 6 महीने के करियर में ऋषभ पंत ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के दम पर ये साबित किया है कि वो अकेले दम पर किसी भी मैच का रूख पलटने का माद्दा रखते हैं.
यही वजह है कि पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी ऋषभ पंत के नाम की वकालत की है. उन्होंने खुलकर कहा है कि वो वनडे टीम के प्लेइंग 11 में ऋषभ पंत को बतौर बल्लेबाज देखना चाहते हैं. गावस्कर ने पंत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली आगामी घरेलू वनडे सीरीज में ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी कराने की सलाह दी है. उन्होंने रिसर्व ओपनर के तौर पर दिनेश कार्तिक के नाम की भी वकालत की है. फिलहाल बात करते हैं ऋषभ पंत की.
क्या है ऋषभ पंत की खासियत?
ऋषभ पंत की सबसे बड़ी खासियत है उनकी आक्रामकता. वो निर्भीक होकर बल्लेबाजी करते हैं. वो इस बात की फिक्र नहीं करते कि सामने वाले गेंदबाज का कद क्या है. ऐसे में टीम इंडिया की मौजूदा तस्वीर में उनकी जगह भी फिट हो सकती है. वो टॉप ऑर्डर में तेजी से रन बटोरने की काबिलियत रखते हैं. खेल के तीनों फॉर्मेट में उनकी बल्लेबाजी के आंकड़े इस बात को साबित करते हैं. टेस्ट क्रिकेट में 73.80, वनडे में 132.25 और टी-20 में उनका स्ट्राइक रेट 117.16 है. जो उनकी बल्लेबाजी के अंदाज को दर्शाता है. अब तक खेले गए 9 टेस्ट मैचों में वो 2 शतक लगा चुके हैं.
शिखर धवन जैसे आक्रामक बल्लेबाज ने भी टी 20 सीरीज से पहले कहाकि ऋषभ पंत में वो खूबी है कि वो विरोधी टीम के पलड़े से मैच छीन सकते हैं. समझने वाली बात ये है कि फिलहाल अगर वनडे टीम में ऋषभ पंत को जगह मिलती है तो उन्हें बतौर बल्लेबाज खेलना होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि विकेटकीपर की जिम्मेदारी महेंद्र सिंह धोनी ही निभाएंगे. धोनी के हालिया फॉर्म, फिटनेस और अनुभव को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि टीम मैनेजमेंट को उनपर पूरा भरोसा है. लिहाजा पंत को बतौर बल्लेबाज खेलना होगा.
पंत को मिलेगा खुद को साबित करने का मौका
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के बाद टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज खेलनी है. चयनकर्ता उस सीरीज में भी ऋषभ पंत को मौका देंगे. इसके बाद आईपीएल खेला जाना है. आईपीएल पर भी चयनकर्ताओं की पैनी नजर रहेगी. यानि ऋषभ पंत के पास इतने मौके हैं कि वो अपनी फ़ॉर्म के दमपर इंग्लैंड का टिकट हासिल कर सकते हैं. हां, लेकिन उन्हें खुद को फिट रखना होगा. किसी भी तरह की चोट से दूर.