Breakfast With Champions: पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) 13 जुलाई 2002 की तारीख को कभी नहीं भूल सकते हैं. कैफ (Mohammad Kaif) के लिए यह एक यादगार दिन था. क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ भारत की नेटवेस्ट सीरीज जीत में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी. इंग्लैंड की तरफ से दिए गए 326 रनों का पीछा करते हुए, भारत सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) और सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) जैसे खिलाड़ियों के गिवेट गंवा चुका था. उस वक्त टीम इंडिया काफी मुश्किलों में घिरी दिख रही थी.
लेकिन उस मैच में कैफ ने नाबाद 87 रन बनाए और आखिरी ओवर में भारत को 2 विकेट से जीत दिला दी. जीत के बाद का जश्न और भी यादगार है. उस वक्त भारतीय टीम के कप्तान गांगुली थे, जिन्होंने जीत के बाद अपनी टी-शर्ट लॉर्ड्स में लहराई थी.
कुछ वक्त पहले भारत के पूर्व क्रिकेटर कैफ ने ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में गौरव कपूर के साथ बातचीत में खुलासा किया था कि उनके माता-पिता ने उस मैच को लाइव नहीं देखा था. क्योंकि सचिन के आउट होने के बाद उन्होंने भारतीय टीम के जीत की उम्मीद खो दी थी. उन्होंने उस मैच में मुझे लाइव बैटिंग करते नहीं देखा. सचिन के आउट होने के बाद मेरे माता-पिता SRK अभिनीत फिल्म 'देवदास' को थिएटर में देखने चले गये थे.
कैफ ने कहा, “यह मेरे लिए बचपन से की गई सारी मेहनत को साबित करने का एक अवसर था और यह कुछ ऐसा था जिसे मैं जाने नहीं देना चाहता था. मुझे याद है कि जब सचिन तेंदुलकर आउट होकर बाहर जा रहे थे और जब मैं लॉर्ड्स के मैदान में प्रवेश कर रहा था, तो यह आम धारणा थी कि जब सचिन आउट होते हैं, तो भारत मैच हार जाता है.'' एक समय में भारत के 146 रन पर पांच विकेट गिर चुके थे.
उन्होंने कहा, "वास्तव में, मेरे माता-पिता सचिन के आउट होने के बाद फिल्म देखने चले गए थे, मेरे घर के पास एक थिएटर हैं, जहां वह शाहरुख की फिल्म 'देवदास' देखने चले गये थे. अपने बेटे को खेलते नहीं देखा. जब हमने मैच जीता, तो पूरी कॉलोनी मेरे घर आई, दरवाजा बंद था.'' उन्होंने कहा कि वहां गए लोगों ने उन्हें बताया कि उनके बेटे ने भारत को मैच में जीत दिलवाई है.
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