जब Sourav Ganguly के इस फैसले ने बदल दी थी MS Dhoni की किस्मत
Sourav Ganguly Gaurav Kapur:वर्तमान में, सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं.
![जब Sourav Ganguly के इस फैसले ने बदल दी थी MS Dhoni की किस्मत Breakfast with Champions Sourav Ganguly Gaurav Kapur: When Sourav Ganguly decision changed MS Dhoni fortunes जब Sourav Ganguly के इस फैसले ने बदल दी थी MS Dhoni की किस्मत](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/09/07/cc04398732abfc4dcbc2c6a654a37165_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Breakfast with Champions Sourav Ganguly Gaurav Kapur: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का नाम उन दिग्गज कप्तानों की लिस्ट में शामिल हैं, जिसने विदेशी धरती पर टीम को जीतना सिखाया. क्रिकेट फैन्स हमेशा 2002 में नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) द्वारा मनाए गये जश्न को याद करते हैं. जब उन्होंने भारत की जीत का जश्न मनाने के लिए अपनी जर्सी उतारकर लॉर्ड्स की बालकनी से लहराई थी. वर्तमान में, सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं.
कुछ वक्त पहले सौरव गांगुली गौरव कपूर द्वारा होस्ट किए गए क्रिकेट फैन्स के पसंदीदा शो, "ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस" पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने कई बातों के बारे में बताया था. इंटरव्यू के दौरान गौरव कपूर ने गांगुली से उस दौरान उनके पसंदीदा विपक्षी टीम के बारे में पूछा था, जिसका गांगुली ने ऑस्ट्रेलिया का नाम लेते हुए जवाब दिया. पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि उनके समय में ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी अच्छी थी उनकी टीम में स्टीव वॉ, रिकी पोंटिंग, शेन वार्न और एडम गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ी थे.
वर्ष 2000 में भारत की टीम की बागडोर गांगुली को सौंप दी गई थी. एक भारतीय कप्तान के रूप में दादा की कुछ प्रसिद्ध उपलब्धियों में 2002 की नेटवेस्ट सीरीज जीत, 2004 में पाकिस्तान दौरे पर जीत, भारत 2003 विश्व कप फाइनल में पहुंचना शामिल है. नेटवेस्ट फाइनल के दौरान, मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह ने टीम इंडिया को जीत दिलाई थी.
सौरव गांगुली ने भारतीय टीम का नेतृत्व करने के अपने दिनों को याद करते हुए कहा कि मैं मैच जीतने की क्षमता के आधार पर खिलाड़ियों का चयन करता था. साक्षात्कार के दौरान, गांगुली ने इस बारे में बात की कि कैसे उन्होंने विकेटकीपर-बल्लेबाज धोनी के बैटिंग ऑर्डर में बदलाव करने का फैसला किया, उस वक्त माही को कुछ ही वक्त हुआ था भारतीय टीम में आये हुए.
गांगुली ने कहा जब धोनी पहली बार 2004 में आए, तो वह पहले दो मैचों में सातवें नंबर पर खेले. हम विजाग में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने गए थे, और टीम की बैठक और घोषणा के बाद, धोनी को अभी भी सातवें स्थान पर खेलना था. रात में मैं अपने कमरे में था, समाचार देख रहा था और सोच रहा था कि धोनी को थोड़ा उपरी क्रम पर भेजा जा सकता है क्या.. क्योंकि उनमें बहुत क्षमता थी. अगले दिन सुबह हमने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. वापस चलते हुए, मैंने फैसला किया कि मैं उसे उपरी ऑर्डर पर भेजूंगा और देखूंगा कि यह कैसे काम करता है.
वह अपने शॉर्ट्स में बैठा था क्योंकि उसे पता था कि वह नंबर 7 पर बल्लेबाजी करेगा. मैंने उससे कहा कि एमएस आपको नंबर 3 पर बल्लेबाजी करनी होगी. उसने मुझसे पूछा, आप किस नंबर पर बैटिंग करेंगे?. मैंने कहा मैं नंबर 4 पर बल्लेबाजी करूंगा, आप नंबर 3 पर खेलें. उन्होंने उस मुकाबले में 170 रन बनाए थे.
ये भी पढ़ें:
IND vs ENG: BCCI ने ओवल टेस्ट में जीत के बाद ड्रेसिंग रूम का नजारा किया शेयर, देखें वीडियो
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)