Brian Lara on Viv Richards in Lara The England Chronicles: वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा ने अपने पूर्व साथी खिलाड़ी विवियन रिचर्ड्स के व्यक्तित्व के बारे में रोचक और चौंकाने वाली जानकारी दी है. अपनी नई किताब 'लारा द इंग्लैंड क्रॉनिकल्स' में लारा ने 1991 में इंग्लैंड में आयोजित टेस्ट सीरीज के दौरान रिचर्ड्स के नेतृत्व में खेलने के अपने अनुभवों को साझा किया है. तब से लेकर अब तक ब्रायन लारा और विवियन रिचर्ड्स इस किताब को लेकर सुर्खियों में हैं. इस किताब में और भी कई चौंकाने वाली बातें बताई गई हैं. जिसका शायद ही किसी ने अंदाजा लगाया होगा.


रिचर्ड्स अपनी सीधी और कठोर शैली के लिए जाने जाते हैं और लारा ने स्वीकार किया कि कई खिलाड़ी उनके व्यक्तित्व से डरते थे. उन्होंने रिचर्ड्स के कार्ल हूपर जैसे खिलाड़ियों को सप्ताह में एक बार रुलाने के उदाहरण दिए. लारा ने कहा- "विव मुझे हर तीन सप्ताह में रुलाता था, लेकिन कार्ल हर सप्ताह. विव की आवाज़ डराने वाली है, और यदि आप मजबूत नहीं हैं, तो आप इसे व्यक्तिगत रूप से ले सकते हैं. लेकिन मैं इससे प्रभावित नहीं हुआ, क्योंकि मुझे पता था कि वह मुझसे क्या चाहता है."


ब्रायन लारा ने यह भी कहा कि जब वह कप्तान थे और रिचर्ड्स चयनकर्ता थे, तो उनके बीच कुछ मतभेद थे, लेकिन उन्होंने हमेशा रिचर्ड्स को अपना आदर्श माना। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि विव जानबूझकर किसी को डराते हैं. यह उनका स्वभाव है. वह हमेशा टीम के भले के लिए बात करते हैं. अगर टीम की कोई मीटिंग होती है, तो वह अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हैं और हमेशा उनका समर्थन करते हैं."


ब्रायन लारा का यह भी मानना ​​है कि विव के बोलने के तरीके को समझने के लिए एक अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है. विव क्या कहना चाहते हैं, इसे समझकर खिलाड़ी आगे बढ़ सकते हैं और अपने खेल में सुधार कर सकते हैं. इस प्रकार, ब्रायन लारा विव रिचर्ड्स के सख्त व्यक्तित्व के पीछे की प्रेरणा को उजागर करते हैं, जो निश्चित रूप से वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण रहा है.


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