क्रिकेट की दुनिया में यूं तो ढेर सारे रिकॉर्ड बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन कुछ कीर्तिमान खास होते हैं. कुछ रिकॉर्ड्स ऐसे भी होते हैं, जो काफी लंबे समय तक बरकरार रहते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही रिकॉर्ड के बारें में बताने जा रहे हैं. इस रिकॉर्ड के बनने के पीछे बड़ी ही दिलचस्प कहानी है. कहानी दुनिया के सबसे महंगे कैच की.


क्रिकेट की दुनिया में अक्सर कहा जाता है पकड़ो कैच, जीतो मैच. एक कैच कैसे एक मैच का रुख मोड़ सकता है और एक कैच कितना कीमती हो सकता है. इस स्टोरी में आपको पता चलेगा. तो चलिए शुरू करते हैं कहानी दुनिया के सबसे महंगे कैच की.


दुनिया का सबसे ‘महंगा’ कैच


सबसे महंगे कैच की कहानी 3 जून 1994 को घटी थी. इस दिन इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट का एक मैच खेला जा रहा था. ये मैच वारविकशायर और डरहम के बीच खेला जा रहा था. ये मैच एजबेस्टन (बर्मिंघम) के मैदान पर खेला जा रहा था.


वारविकशायर की तरफ से खेलते हुए वेस्टइंडीज़ के दिग्गज बल्लेबाज़ ब्रायन लारा का एक कैच छूटा था. ये कैच डरहम के विकेटकीपर क्रिस स्कॉट से छूटा था. लेकिन इस कैच के छूटने के बाद लारा ने एक ऐसी पारी खेली, जो आजतक इतिहास के पन्नों में हैं. स्कॉट का ये कैच छोड़ना उनकी टीम को इतना महंगा पड़ा कि लारा ने उस पारी में 100, 200, 300 या 400 नहीं, बल्कि नाबाद 501 रन बना दिए.


कैसे बनाए लारा ने 501 रन?


ब्रायन लारा उन दिनों रनों का अंबार लगा रहे थे. इस पारी से दो महीने पहले ही तो उन्होंने टेस्ट मैच में 375 रन बनाकर सर गैरी सोबर्स (नाबाद 365 रन) के रिकॉर्ड को तोड़ा था. उस मैच में लारा डरहम के खिलाफ तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे. वो पहली ही गेंद पर बाल-बाल बचे. वो एंडरसन कमिंस की गेंद पर हुक करने गए थे और वह कैच विकेटकीपर की पहुंच से दूर था, नहीं तो वो पहले ही गेंद पर वापस पवेलियन लौट जाते.


लारा को मिला किस्मत का साथ


वो कहते हैं ना, कि क्रिकेट में काबिलियत के साथ-साथ किस्मत का भी साथ चाहिए होता है. लारा के साथ भी उस दिन कुछ ऐसा ही हुआ था. लारा उस पारी में 12 रन पर बोल्ड हो गए थे. कमिंस ने लारा आउट कर दिया था, लेकिन वो गेंद नो-बॉल थी और लारा बच गए. इसके बाद भी किस्मत ने लारा का साथ नहीं छोड़ा, उस पारी में लारा जब 18 रन पर पहुंचे थे, तब साइमन ब्राउन की गेंद पर विकेटकीपर क्रिस स्कॉट ने उनका आसान कैच टपका दिया. और इस एवज में टीम को 483 रन चुकाने पड़े.


लारा की इस बेहतरीन पारी के दम पर उनकी टीम ने 4 विकेट पर 810 रन बनाकर पारी घोषित की. लारा ने 427 गेंदों पर 501* रन बनाए, जिसमें उनके 62 चौके और 10 छक्के शामिल रहे. इस ऐतिहासिक पारी के दौरान लारा का स्ट्राइक रेट 117.33 का रहा. इससे पहले डरहम ने 556/8d रन बनाए थे. यह मैच ड्रॉ रहा था.


लारा ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड


इसके साथ ही लारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. लारा ने हनीफ मोहम्मद का 35 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. पाकिस्तानी दिग्गज हनीफ मोहम्मद ने कराची की और से खेलते हुए जनवरी 1959 में बहावलपुर के खिलाफ 499 रन बनाए थे. दरअसल, वो जब 499 रन पर थे वो तभी रन आउट हो गए थे और सिर्फ एक रन से 500 का आंकड़ा नहीं छू पाए थे.


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