लेकिन पहले दिन के खेल में टीम इंडिया, इंग्लिश बल्लेबाज़ी को और भी जल्दी समेट सकती थी अगर सैम करन खूंटा गाढ़ कर खड़े नहीं होते तो. लेकिन दिन के आखिरी सेशन में सैम करन को आउट किया टीम इंडिया के सबसे सफल गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने.
करन के विकेट के बाद इंग्लिश टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई और दिन के बाद बुमराह ने खुद बताया कि उनके लिए टीम ने क्या योजना बनाई थी.
बुमराह ने कहा, ''वो बहुत अच्छा खेल रहा था और अपने मौके का भी फायदा उठा रहा था. साथ ही अपनी पारी की शुरुआत में वो गेंदो को आराम से छोड़ रहा था. उस समय गेंद भी पुरानी हो गई थी और ना ही स्विंग हो रही थी और ना ही सीम हो रही थी. विकेट भी धीमा हो चुका था. लेकिन ब्रेक के बाद हमने प्लान बनाया कि फिर से उन पर दबाव बनाना है और वो काम कर गया.''
सैम करन ने अपनी पारी में 136 गेंदों के सामना किया और 78 रन बनाए.
इसके साथ ही विकेट के बारे में बुमराह बोले, 'जब भी आप विकेट लें तो अच्छा लगता है लेकिन साथ ही जब आपका प्लान काम करे तो और भी अच्छा लगता है. मैंने पहले भी ऐसे गेंद की है. विश्वकप के सेमीफाइनल में मैंने क्रिस गेल को ऐसी गेंदबाज़ी की थी. इसलिए मेरे लिए ये कोई नई गेंद नहीं थी.''
इसके साथ ही बुमराह बोले कि जब आपके पास बहुत सारे ऑप्शन हों तो ज़रूरी नहीं है कि आप सभी को एक दिन में ही इस्तेमाल करें. जब आपको लगे कि इसकी ज़रूरत है तो इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
बुमराह ने बीते दिन अपने 20 ओवरों के स्पेल में 3 अहम विकेट चटकाए.