नई दिल्लीः वेस्टइंडीज के खिलाफ ट्राई सीरीज के फाइनल में रविवार को जब ऑस्ट्रेलिया की टीम मैदान पर उतरेगी तो सबकी निगाहें विश्व के बेहतरीन तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क के ऊपर होगी. वनडे क्रिकेट में तेज गेंदबाजी की नई मशीन बन चुके स्टार्क इतिहास रचने से दो कदम दूर हैं.
मेजबान वेस्टइंडीज के खिलाफ फाइनल में दो विकेट लेते ही स्टार्क वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे. फिलहाल ये रिकॉर्ड 'दूसरा के जनक पाकिस्तान के सकलैन मुस्ताक के नाम है. मुस्ताक ने 1997 में अपने 53वें वनडे मुकाबले में 100वां विकेट हासिल किया था. स्टार्क के पास अपने 51वें मुकाबले में सुनहरा मौका होगा कि वो 19 साल पहले बने इस रिकॉर्ड को तोड़ कर एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लें.
स्टार्क से पहले न्यूजीलैंड के शेन बॉन्ड और ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली इस रिकॉर्ड के करीब पहुंचे थे लेकिन रिकॉर्ड नहीं बना पाए.
बॉन्ड ने विकेटों के शतक के लिए 54 मैच खेले तो ब्रेट ली को शतकीय विकेट के लिए 55 मैच तक इंतजार करना पड़ा. जहां तक भारतीय गेंदबाजों की बात है तो सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड इरफान पठान के नाम है. उन्होंने 59 मैच में 100 विकेट लिए थे.
अब स्टार्क के पास मौका है स्पिन के जादुगर सकलैन मुस्ताक के रिकॉर्ड को एक बेहतरीन फाइनल में तोड़ने का. यकीनन स्टार्क फाइनल मुकाबले में टीम को अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से जीत दिलाना चाहेंगे और साथ ही उनकी भी कोशिश होगी कि वो जरूरी दो विकेट इसी मैच में हासिल कर लें.
स्टार्क ने अब तक 50 वनडे में 19.46 के बेहतरीन औसत से 98 विकेट झटके हैं. उन्होंने पांच बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया है जबकि 6 पर 22 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. हालांकि इस ट्राई सीरीज में स्टार्क को 4 मैच में 8 विकेट ही हासिल कर पाए हैं लेकिन सहकी उम्मीद उनके 2 खास विकेट से होगी.