क्या द्रविड़ और धोनी की लिस्ट में शामिल होंगे विराट कोहली?
नए साल की नई शुरूआत करने के लिए भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका पहुंच गई है. साउथ अफ्रीका को पहली बार उसके घर में हराने के लिए इस बार टीम इंडिया कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. लेकिन सबसे पहले तो केपटाउन में विराट कोहली को अपना लोहा मनवाना होगा.
नई दिल्ली: नए साल की नई शुरूआत करने के लिए भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका पहुंच गई है. साउथ अफ्रीका को पहली बार उसके घर में हराने के लिए इस बार टीम इंडिया कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. लेकिन सबसे पहले तो केपटाउन में विराट कोहली को अपना लोहा मनवाना होगा.
जी हां, साल 1992 से दक्षिण अफ्रीका दौरा कर रही भारतीय टीम का हाल इस देश में इतना बुरा है कि भारतीय टीम यहां पर महज़ 2 टेस्ट जीत पाई है. जबकि सीरीज़ तो एक बार भी नहीं. टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका में कुल 15 टेस्ट मुकाबलों में से 2 में जीत हासिल की है. जबकि 7 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है. वहीं 6 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं.
भारतीय टीम को जिन दो टेस्ट मुकाबलों में जीत हासिल हुई वो टीम इंडिया ने पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ और एमएस धोनी की कप्तानी में जीते हैं.
15-18 दिसंबर 2006:
दक्षिण अफ्रीका का दौरा करते-करते लंबे अर्से बाद भारतीय टीम ने साल 2006 में पहला टेस्ट मुकाबला जीता. ये मुकाबला टीम इंडिया ने कप्तान राहुल द्रविड़ की अगुवाई में अपने नाम किया. इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया और 249 रन बना दिए. जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम महज़ 84 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई.
दूसरी पारी में राहुल की टीम का प्रदर्शन शानदार रहा और टीम 236 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. इसके जवाब में आई दक्षिण अफ्रीकी टीम दूबसी पारी में भी महज़ 278 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. जिसकी मदद से टीम इंडिया ने अफ्रीकी धरती पर अपना पहला टेस्ट जीता.
26-29 दिसंबर 2010:
साल 2006 में पहली जीत के बाद भारतीय टीम को दूसरी जीत उसके चार साल बाद नसीब हुई. डरबन में खेले गए इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया और टीम इंडिया महज़ 205 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम ज़हीर और हरभजन के सामने महज़ 131 रनों पर ढेर हो गई.
दूसरी पारी में बढ़त के अलावा टीम इंडिया ने 228 रन बना डाले. जिससे जवाब मेजबान टीम महज़ 215 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई और टीम इंडिया ने इस मुकाबले को 87 रनों से जीत लिया.
अब एक बार फिर से विराट कोहली के पास ये मौका आया है कि वो 3 मैचों की इस सीरीज़ में जीत दर्ज करके ना सिर्फ द्रविड़ और धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी करें, बल्कि सीरीज़ जीत के साथ टीम इंडिया को अफ्रीका में पहली सीरीज़ जीत का तोहफा दें.