Mohammad Kaif on Team India Preparation: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा. पर्थ में पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद भारत ने सिडनी में आखिरी और निर्णायक टेस्ट मैच भी छह विकेट से गंवा दिया. इस हार के बाद टीम इंडिया की टेस्ट क्रिकेट में तैयारी और प्रदर्शन पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने इस हार को भारत के लिए "वेक-अप कॉल" बताया और कहा कि अगर टीम को अपकमिंग वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) जीतना है तो उसे अपनी टेस्ट टीम को मजबूत करना होगा. उन्होंने भारत को "वाइट-बॉल बुली" करार दिया और कहा कि सीमिंग और टर्निंग पिचों पर खेलने का प्रैक्टिस किए बिना भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सफलता पाना मुश्किल होगा.
मोहम्मद कैफ ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में कहा, "23 फरवरी को पाकिस्तान को हराकर (चैंपियंस ट्रॉफी में) भारत को बहुत वहावाई मिलेगी और हर कोई कहेगा कि हम व्हाइट-बॉल क्रिकेट में चैंपियन टीम हैं. लेकिन अगर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतना चाहता है तो हमें एक टेस्ट टीम बनानी होगी, सीमिंग ट्रैक पर खेलना सीखना होगा. सच्चाई यह है कि हम सिर्फ व्हाइट-बॉल में दबंग हैं. हम बहुत पीछे हैं. अगर हमें डब्ल्यूटीसी जीतना है, तो खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में टर्निंग ट्रैक पर खेलना होगा, सीमिंग ट्रैक पर अभ्यास करना होगा, अन्यथा हम जीत नहीं पाएंगे."
मोहम्मद कैफ ने विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन पर भी नाराजगी जताई. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली ने 9 पारियों में 190 रन बनाए, जबकि रोहित का औसत सिर्फ 6.20 रहा. कई विशेषज्ञों का मानना है कि इन सीनियर खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में खेलकर अपनी फॉर्म में सुधार करना चाहिए. इस पर कैफ ने भी अपनी बात रखी है.
मोहम्मद कैफ ने कहा, "भारत 1-3 से हार गया, और मुझे लगता है कि यह एक वेक-अप कॉल है, क्योंकि अब हमें टेस्ट क्रिकेट की ओर ध्यान देना होगा. केवल गौतम गंभीर ही दोषी नहीं हैं. सभी खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिलता है, लेकिन यह खिलाड़ियों के लिए थकाऊ हो जाता है और वे रणजी ट्रॉफी खेलने के बजाय आराम करना पसंद करते हैं. वे रणजी ट्रॉफी नहीं खेलते हैं, वे प्रैक्टिस मैच नहीं खेलते हैं तो वे बेहतर खिलाड़ी कैसे बनेंगे? भारत में टर्निंग ट्रैक पर खेलना मुश्किल है और ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में सीमिंग ट्रैक पर खेलना कठिन है. इसलिए यदि आप अच्छी तरह से प्रैक्टिस नहीं करते हैं, तो डब्ल्यूटीसी आपको लगातार चकमा देगा. जो हुआ है, वह अच्छे के लिए हुआ है और अब टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में कड़ी मेहनत करने की जरूरत है."