पुणे टेस्ट में क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर के पास है तीन साल पहले की गलती को सुधारने का मौका
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पुणे में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर के पास मौका है कि वे साल 2017 में हुए अपनी गलती को सुधार सके.
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच गुरूवार से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दौरान एक बार फिर सभी की नजरें क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर पर रहेगी जो दो साल पहले विवाद के घेरे में आ गए थे.
महाराष्ट्र क्रिकेट के इस अनुभवी क्यूरेटर को 2012 में यहां पहले आईपीएल मैच के बाद से पिच बनाने का जिम्मा दिया गया है.
महाराष्ट्र के पूर्व तेज गेंदबाज 69 साल के सालगांवकर के पास अपनी गलती सुधारने का मौका है. ढाई साल पहले 2017 में जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच तीन दिन के भीतर खत्म हो गया था, तब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इस पिच को ‘खराब’ करार दिया था.
स्पिनरों ने उस मैच में 31 विकेट लिये और नाथन लियोन जीत के सूत्रधार रहे थे. उस टेस्ट के बाद सालगांवकर की मदद के लिये पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता सुरेंद्र भावे को नियुक्त किया गया.
न्यूजीलैंड के खिलाफ अक्टूबर 2017 में वनडे मैच से पहले वह कथित ‘पिच फिक्सिंग’ विवाद से घिर गए थे और भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारियों को मामले की रिपोर्ट नहीं करने के कारण उन्हें छह महीने के लिये निलंबित कर दिया गया था.
उस समय सालगांवकर की पत्नी बीमार थी और यही वजह थी कि वह रिपोर्ट नहीं कर सके थे. निलंबन खत्म होने के बाद भारत और वेस्टइंडीज के बीच पिछले साल हुए मैच की पिच उन्होंने बनाई और उसमें कोई विवाद नहीं हुआ.