वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में बॉल टेम्परिंग विवाद के बाद मैदान पर उतरने से इनकार करने वाले श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांदीमल,टीम कोच चंदिका हाथुरूसिंघे और टीम मैनेजर असांका गुरूसिंघे ने आईसीसी द्वारा लगाए गए आरोप को स्वीकार कर लिया है. इनपर आईसीसी द्वारा खेल भावना के विपरीत रवैया अपनाने का आरोप लगाया था.
चांदीमल , कोच हाथुरूसिंघे और मैनेजर असांका गुरूसिंघा ने दूसरे टेस्ट में टीम के मैदान पर उतरने से इनकार में अपनी भूमिका को स्वीकार किया.
इस मामले की सुनवाई के लिए आईसीसी द्वारा नियुक्त ज्युडिशियल कमिश्नर माइकल बेलोफ आईसीसी की आचार संहिता की धारा 2.3.1 (लेवल तीन का अपराध) के उल्लंघन के तहत सजा तय करेंगे जो खेल भावना से विपरीत आचरण के संदर्भ में है.
बेलोफ चांदीमल की अपील पर आज सुनवाई करेंगे. लेवल तीन के अपराध के तहत चार से आठ के बीच सस्पेंशन प्वाइंट और दो से चार टेस्ट या चार से आठ वनडे का बैन लगता है.
आपको बता दें कि इससे पहले मैच के बाद पूर्व भारतीय खिलाड़ी और आईसीसी मैच रैफरी जवागल श्रीनाथ ने चांदीमल को दो माइनस प्वाइंट के साथ 100 प्रतिशत मैच फी का जुर्माना लगाया था. जिसका मतलब था कि कप्तान अगले मैच से बाहर रहेंगे. चांदीमल ने इस सजा के बाद अपील की थी जिसकी सुनवाई आज होनी है.