लॉकडाउन के दौरान क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो रहा है. लेकिन इस दौरान फैंस को क्रिकेट से जुड़े हुए राज जरूर जानने को मिल रहे हैं. पूर्व सिलेक्टर चंदू बोर्डे ने बताया है कि क्यों सचिन की जगह सौरव गांगुली ने टीम इंडिया की कमान संभाली थी. बोर्डे ने कहा है कि सचिन को कप्तान बने रहने के लिए मनाने की कोशिशें की गई थीं, लेकिन वो नहीं मानें.


पूर्व सिलेक्टर ने बताया कि सचिन उस समय अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहते थे. बोर्डे ने कहा, ''देखिए, अगर आपको याद हो तो हमने उन्हें कप्तान के तौर पर आस्ट्रेलिया दौरे पर भेजा था. उन्होंने वहां टीम की कमान संभाली लेकिन जब लौटकर आए तो कप्तानी नहीं करना चाहते थे. उन्होंने कहा था, नहीं मैं अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहता हूं. मैंने उनसे कहा था कि आप कुछ लंबे समय के लिए कप्तानी करें क्योंकि हमें नए कप्तान को ढूंढ़ना होगा''


चंदू बोर्ड ने कहा, "लेकिन सचिन ने कहा कि वो अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहते हैं क्योंकि वह टीम के लिए वैसा नहीं खेल पा रहा हैं, जैसा वो खेलना चाहते हैं. अंत में हमने गांगुली को कप्तान चुना."


सौरव गांगुली ने बदली टीम इंडिया की तस्वीर


बता दें कि सौरव गांगुली की अगुवाई में टीम इंडिया की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है. गांगुली की कप्तानी में ही टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में टेस्ट सीरीज ड्रॉ करवाने में कामयाब रही थी. गांगुली की अगुवाई ने इंडियन टीम ने वर्ल्ड कप के फाइनल का सफर तय किया और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की ज्वाइंट विजेता बनी. हालांकि चैपल के कोच बनने के बाद सौरव गांगुली के स्थान पर राहुल द्रविड़ को टीम का कप्तान बनाया गया.


गांगुली ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने अपनी कप्तानी में खिलाड़ियों की अच्छी विरासत देश को सौंपी. 2011 की वर्ल्ड विजेता टीम के साथ 7 खिलाड़ी ऐसे थे जिन्होंने सौरव की कप्तानी में अपना डेब्यू किया था.


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