नई दिल्ली/बेंगलुरू: एमएस धोनी की आतिशी बल्लेबाज़ी और अंबाती रायडू के साथ उनकी शतकीय साझेदारी की मदद से चेन्नई ने आईपीएल सीज़न 11 में अपना दबदबा कायम रखा है. बीती रात एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में सीएसके ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 5 विकेट से हराकर पॉइंट्स टेबल को टॉप कर लिया.


बीती रात टीम इंडिया के सबसे बड़े स्टार एमएस धोनी ने एक बार फिर से ये साबित कर दिया कि आखिर क्यों उन्हें परफेक्ट धोनी कहा जाता है.


बेंगलोर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अब्राहम डिविलियर्स (86) और क्विंटन डी कॉक (53) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर चेन्नई के सामने 206 रनों की विशाल चुनौती रखी थी जिसे चेन्नई ने दो गेंद बाकी रहते पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया.


208 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई ने 74 रनों पर ही अपने चार विकेट खो दिए थे. पहले ओवर की आखिरी गेंद पर पवन नेगी ने शेन वाटसन (7) को पवेलियन भेजा. सुरेश रैना (11) को 50 के कुल स्कोर पर उमेश यादव ने अपना शिकार बनाया. नौ रन बाद सैम बिलिंग्स (9) पवेलियन लौट लिए. रवींद्र जडेजा सिर्फ तीन रन ही बना सके.


लेकिन चेन्नई की पारी का असली कमाल शुरू हुआ कप्तान धोनी की पारी से. इस मुश्किल परिस्थिती के बीट रायुडू और धौनी ने टीम की जिम्मेदारी ली और पांचवें विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत के रास्ते पर बनाए रखा.


रायुडू 175 के कुल स्कोर पर उमेश की सीधी थ्रो के कारण रन आउट हो गए. रायुडू ने 53 गेंदों की पारी में आठ छक्के और तीन चौके लगाए. लेकिन धौनी अब भी क्रीज पर मौजूद थे.


आखिरी ओवर में चेन्नई को 16 रनों की दरकार थी. ड्वायन ब्रावो (नाबाद 14) ने आखिरी ओवर में एक चौका और एक छक्के के अलावा एक रन लेकर स्ट्राइक धौनी को दी जिन्होंने चौथी गेंद पर अपने चिर परिचित अंदाज में शानदार छक्का जड़ टीम को जीत दिलाई. धौनी ने अपनी पारी में 34 गेंदों का सामना किया और सात छक्कों के अलावा एक चौका लगाया.


इस जीत के साथ चेन्नई अंकतालिका में पहले स्थान पर आ गई है.


इससे पहले, डिविलियर्स और डी कॉक जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे, लग रहा था कि स्कोर 220 के पार जाएगा. लेकिन, इन दोनों के आउट होते ही टीम की रनगति थोड़ी धीमी पड़ गई और मेजबान 20 ओवरों में आठ विकेट पर 205 रन ही बना सके.


विराट कोहली (18) के रूप में बेंगलोर ने अपना पहला विकेट खोया. इसके बाद डिविलियर्स अपने रंग में दिखे और चेन्नई के गेंदबाजों की गेंद सीमारेखा के पार लगातार जाने लगी. इसमें क्विंटन डी कॉक ने भी उनका बखूबी साथ दिया. दोनों ने 53 गेंदों में 103 रनों की साझेदारी कर मेजबान टीम के बड़े स्कोर की नींव रख दी.


डी कॉक, ब्रावो की धीमी गेंद के जाल में फंस कर उन्हें ही कैच दे बैठे. 138 के कुल स्कोर पर मेजबान टीम ने डी कॉक के रूप में अपना दूसरा विकेट खोया. उन्होंने 37 गेंदों की पारी में एक चौका और चार छक्के लगाए.


चार रन बाद ताहिर की गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने के प्रयास में डिविलियर्स, बिलिंग्स के हाथों लपके गए. डिविलियर्स ने महज 30 गेंदें खेलीं और आठ छक्कों के अलावा दो चौके लगाए. अगली गेंद पर ताहिर ने कोरी एंडरसन (2) को स्लिप में हरभजन सिंह के हाथों कैच कराया.


मनदीप सिंह ने अंत में 17 गेंदों में तीन छक्के और एक चौके की मदद से 32 रनों की पारी खेल टीम को 200 के पार पहुंचाने में मदद की.


चेन्नई के ब्रावो, शार्दूल ठाकुर और ताहिर ने दो-दो सफलताएं मिलीं.