Cricket Analysis: SENA देशों में धाकड़ हो रहा Team India का रिकॉर्ड, 12 साल में जीते 11 टेस्ट, यह खिलाड़ी रहा है 'हीरो'
Cricket Analysis: दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया ने पिछले 12 सालों में 11 जीत दर्ज की हैं. चेतेश्वर पुजारा सभी जीतों का हिस्सा रहे हैं.
Cricket Analysis: दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया. ये वे चार देश हैं, जहां किसी भी मेहमान टीम के लिए टेस्ट मैच जीतना आसान नहीं होता है. तेज गेंदबाजी को मदद देती यहां की विकटें मेहमान बल्लेबाजों की जमकर परीक्षा लेती हैं. इन चार देशों के लिए क्रिकेट में एक टर्म यूज होता है- SENA. भारतीय टीम ने साल 2010 से अब तक यानी पिछले 12 सालों में SENA देशों में 11 जीत दर्ज की है. सबसे खास बात यह है कि चेतेश्वर पुजारा इन सभी जीतों का हिस्सा रहने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं.
पिछले 12 सालों में टीम इंडिया का SENA देशों में रिकॉर्ड:
- टीम इंडिया ने साल 2010 से अब तक ऑस्ट्रेलिया में 16 मैच खेले हैं. इनमें उसे 4 में जीत और 8 में हार मिली है. 4 मैच ड्रॉ भी रहे हैं.
- पिछले 12 सालों में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 18 मैच खेले हैं. टीम इंडिया की 4 में जीत और 12 में हार हुई है. 2 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं.
- इस दौरान न्यूजीलैंड में भारत ने बहुत कम क्रिकेट खेला है. टीम इंडिया का रिकॉर्ड भी यहां बेहद खराब रहा है. भारत ने पिछले 12 सालों में यहां 4 मैच खेले हैं. उसे 3 में हार मिली है जबकि 1 मैच ड्रॉ रहा है.
- दक्षिण अफ्रीका में भारत ने साल 2010 से अब तक 9 मैच खेलकर 3 में जीत हासिल की है, जबकि 4 में उसे हार झेलनी पड़ी है. 2 मैच ड्रॉ रहे हैं.
चेतेश्वर पुजारा रहे हैं सभी जीत का हिस्सा
पिछले 12 साल में SENA देशों में हुए 47 मैचों में से टीम इंडिया को 11 मैच में जीत हासिल हुई. चेतेश्वर पुजारा इन सभी जीतों में प्लेइंग इलेवन में शामिल रहे. वे एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जो इन सभी जीत का हिस्सा रहे हैं. पुजारा ने अपने करियर में अब तक SENA देशों में 37 टेस्ट मैचों में 2330 रन बनाए हैं. इन देशों में उन्होंने 5 शतक और 12 अर्धशतक भी जड़े हैं.
ऐसा है पुजारा का टेस्ट रिकॉर्ड
पुजारा ने टीम इंडिया के लिए अब तक 93 टेस्ट मैचों की 158 पारियों में 44.32 की औसत से 6605 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 18 शतक और 31 अर्धशतक भी लगाईं हैं. हालांकि पिछले 2 सालों से वे कुछ खास नहीं कर सके हैं. पिछले 2 सालों में उन्होंने 18 टेस्ट मैचों की 34 पारियों में महज 865 रन बनाए हैं. इस दौरान वे एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं.
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