बेंगलुरू: भारतीय बल्लेबाज मौजूदा टेस्ट सीरीज में भले ही ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों के सामने लगातार घुटने टेक रहे हों लेकिन चेतेश्वर पुजारा ने जोर देकर कहा कि उनके बल्लेबाजी क्रम में कुछ भी गलत नहीं है.



पुणे में पहले टेस्ट में 333 रन की करारी हार के बाद भारतीय टीम यहां दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भी 189 रन पर सिमट गई और पहले ही 48 रन की बढ़त गंवा चुकी है. पुजारा ने कहा कि तीन पारियों में विफल रहने के बाद उन पर खराब बल्लेबाजों का ठप्पा नहीं लगना चाहिए.



पुजारा ने दूसरे दिन के खेल के बाद कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण चीज यह रही कि हमारी कोई बड़ी साझेदारी नहीं हुई. हम लगातार विकेट गंवाते रहे. भारतीय बल्लेबाजी क्रम में कुछ भी गलत नहीं है. हमें स्पिनरों के खिलाफ बेहतर खेलने के लिए जाने जाते हैं, पिछली तीन पारियों को छोड़ दें तो. दूसरी पारी में हमारे पास बेहतर रणनीति होगी. हम आश्वस्त हैं कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे.’’ मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने जोर देकर कहा कि उन्होंने मौका नहीं गंवाया है और असल में आज गेंदबाजों ने अच्छा काम किया.



उन्होंने कहा, ‘‘तेज गेंदबाजों के लिए आसान नहीं था क्योंकि कुछ गेंदें नीची रह रही थी. उन्होंने काफी कड़ी मेहनत की. स्पिनरों ने काफी अच्छा किया. आप रन गति देख सकते हैं, वह काफी रन नहीं बना पाए. एक तरह से यह हमारी जीत है. हमने अच्छी लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी की. हमने अच्छी गेंदबाजी की और छह विकेट हासिल किए लेकिन वे काफी रन नहीं बना पाए.’’



यह पूछने पर कि लंबे सत्र में भारतीय खिलाड़ी किस तरह खुद को तरोताजा रख रहे हैं, पुजारा ने कहा कि सीरीज के बीच पर्याप्त ब्रेक हैं. पुजारा ने कहा कि कल भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को 300 रन के भीतर आउट करने की कोशिश करेगी.



उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम उन्हें 30 से 40 रन के भीतर आउट कर देते हैं तो कुछ नहीं कहा जा सकता. हम अच्छी लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी पर ध्यान लगाएंगे और जिस तरह गेंदबाजी कर रहे हैं अगर वैसे करते रहेंगे तो स्पिनरों तथा तेज गेंदबाजों को विकेट मिलेंगे. कल के लिए हमारे पास रणनीति है. बेशक हम विचार करेंगे कि हम क्या बेहतर कर सकते थे. हमारे गेंदबाजों ने काफी अच्छी गेंदबाजी की. हम उन्हें 30 से 40 रन के भीतर रोकने की कोशिश करेंगे.’’ पुजारा ने स्वीकार किया कि जब विरोधी कप्तान स्टीव स्मिथ क्रीज पर थे तो कुछ बात हो रही थी लेकिन उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया.



उन्होंने कहा, ‘‘हम जब भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हैं तो छींटाकशी होती है. मुझे नहीं पता कि असल में क्या कहा गया लेकिन कुछ मौकों पर कुछ कहा गया. लेकिन कुल मिलाकर यह खेल भावना के अनुसार था, कुछ भी निजी तौर पर नहीं था. यह सिर्फ बात करने की तरह था.’’ डीआरएस के इस्तेमाल पर पुजारा ने कहा कि भारतीय टीम के लिए यह नया है और टीम अब भी इसका बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना सीख रही है.