चेतेश्वर पुजारा ने आईपीएल में खेलने के लिए लंबा इंतजार किया है. पुजारा का लंब इंतजार तब खत्म हुआ जब 2021 की नीलामी के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने बेस प्राइस 50 लाख में इस बल्लेबाज को चुना. इससे पहले आईपीएल के छह सीजन में किसी भी टीम ने पुजारा को नहीं चुना था.
पुजारा आखिरी बार आईपीएल 2014 में खेले थे जिसमें उन्होंने पंजाब किंग्स के लिए छह मैच खेले और 124 रन बनाए. उन्होंने आईपीएल में एक अर्धशतक 2013 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ लगाया था. एक यूट्यूब शो 'माइंड मैटर्स' में बातचीत के दौरान पुजारा ने माना कि आईपीएल से बाहर रहना वास्तव में उनके लिए कठिन था. नीलामी के दौरान बार-बार नजरअंदाज होने से से वह एक हद तक हर्ट हुए.
आईपीएल में अनसोल्ड रहना आसान नहीं, इससे दुख पहुंचा
पुजारा ने कहा कि "यह कठिन था. आईपीएल से बाहर होना और आईपीएल में अनसोल्ड रहना आसान नहीं था. इससे मुझे दुख पहुंचा. लेकिन यह एक ऐसी चीज है जिसे मैं कंट्रोल नहीं कर सकता. एक पॉइंट के बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं कोशिश करूंगा और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करूंगा जिन्हें कंट्रोल कर सकता हूं और मैं शॉर्टर फॉर्मेट में बेहतर होने का प्रयास करता रहा हूं. "
काउंटी टीम टीम में खेलने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने पुजारा
पिछले साल जब आईपीएल शुरू में अप्रैल-मई के दौरान आयोजित किया जाना था, पुजारा ने टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया और इसके बजाय काउंटी टीम ग्लॉस्टरशायर के साथ छह मैचों के अल्पकालिक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए.
पुजारा, जवागल श्रीनाथ के बाद काउंटी में देश रिप्रजेंट करने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए थे. पुजारा की यह डर्बीशायर (2014), यॉर्कशायर (2015 और 2018) और नॉटिंघमशायर (2017) के बाद चौथी काउंटी टीम थी. हालांकि, पुजारा का आईपीएल 2021 में सीएसके के लिए मैच खेलना बाकी था, उससे पहले कोरोना के कारण टूर्नामेंट को बीसीसीआई ने अनिश्चित काल के लिए टाल दिया.
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