ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टी20 टीम से एमएस धोनी की छुट्टी के बाद सभी फैंस के दिमाग में ये सवाल घूम रहा है कि आखिर क्यों चयनकर्ताओं ने ये कड़ा फैसला लिया. इस पर खुद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने अपनी सफाई देते हुए बतौर विकेटकीपर नया विकल्प तलाशने की बात कही है.


एमएसके ने कहा, 'एमएस धोनी अगले छह टी20 मुकाबले नहीं खेलेंगे क्योंकि हम विकेटकीपर के तौर पर दूसरे विकल्प की भी तलाश कर रहे हैं. टीम के साथ ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक हैं. इसलिए उन्हें विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी का मौका मिलेगा.' हालांकि इसके साथ ही उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि ऐसा नहीं है कि टी20 क्रिकेट में ये धोनी के करियर का अंत है. उन्होंने कहा, 'टी20 क्रिकेट में ये धोनी के करियर का अंत नहीं है.'


बीसीसीआई ने शुक्रवार को वेस्ट इंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम का ऐलान किया. हैरानी की बात है कि धोनी इंटरनैशनल क्रिकेट में जमने के बाद पहली बार टीम से बाहर किए गए हैं.


भले ही धोनी का बल्ला पिछले कुछ समय से रन नहीं बरसा पा रहा हो लेकिन 37 वर्षीय धोनी की कप्तानी ने भारतीय क्रिकेट एक अलग ही मुकाम पर पहुंचा है. धोनी की कप्तानी में ही साल 2007 टी20 विश्वकप से भारतीय क्रिकेट की काया पल्टी. उन्होंने भारत के लिए सबसे ज्यादा टी20 इंटरनैशनल मैच भी खेले हैं.


धोनी का टी20 रिकॉर्ड:
धोनी ने टी20 क्रिकेट में कुल 93 मुकाबले खेले हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 1487 रन भी निकले. जिनमें उनका स्ट्राइक रेट रहा 127 का रहा. धोनी ने T20I में 54 कैच पकड़े हैं और 33 स्टंपिंग्स भी किए हैं. धोनी इंग्लैंड दौरे पर T20I में भारतीय टीम के साथ थे लेकिन उन्हें तीन में से सिर्फ एक में ही बल्लेबाजी करने का मौका मिला था.


हालांकि धोनी की मौजूदा फॉर्म भी एक कारण है कि सलेक्टर्स को बतौर विकेटकीपर एक नए विकल्प की तलाश है.