Gautam Gambhir Bowlers era India: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक बार फिर गेंदबाजी अटैक पर पूरा भरोसा जताया है. उनका मानना है कि यह गेंदबाजों का युग है और बल्लेबाजों को अपने जुनूनी रवैये को त्यागना होगा. गंभीर के इस भरोसे का ही अंजाम है कि टीम इंडिया की बॉलिंग यूनिट ने टी20 सीरीज में हुए तीन मैचों में बांग्लादेश के 26 विकेट चटकाने में सफलता पाई थी. भारत की अगली टेस्ट सीरीज न्यूजीलैंड से होगी, जिसकी शुरुआत 16 अक्टूबर से हो रही है.


न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गौतम गंभीर ने कहा, "ये गेंदबाजों का युग है. बल्लेबाज केवल मैच में जीत की नींव रखने का काम करते हैं. बल्लेबाजों को अपने जुनूनी रवैये को भुलाना होगा. यदि बैटिंग में टीम 1,000 रन बनाती है तब भी कोई गारंटी नहीं होती कि उसे जीत ही मिलेगी. मगर गेंदबाज यदि मैच में 20 विकेट लेते हैं तो टीम के जीतने की 99 प्रतिशत गारंटी होती है."


भारत में बैटिंग का चलन...


हेड कोच गौतम गंभीर ने यह भी कहा कि भारत में बैटिंग के प्रति ज्यादा जुनून देखा जाता है, लेकिन जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने इस मानसिकता को बदलने का काम किया है. गंभीर ने कहा, "बुमराह टेस्ट क्रिकेट में चालाकी से काम लेते हैं. यह अच्छी बात है कि हमारे गेंदबाज वैश्विक क्रिकेट के मानकों को बदल रहे हैं. बुमराह अभी दुनिया के बेस्ट तेज गेंदबाज हैं, जो किसी भी क्षण मैच का रुख पलट सकते हैं."


जसप्रीत बुमराह पर टीम को इतना भरोसा है कि उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उपकप्तान बनाया गया है. बुमराह इस साल टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में संयुक्त रूप से पहले स्थान पर मौजूद हैं. बुमराह, इंग्लैंड के गस एट्किंसन और श्रीलंका के प्रभात जयसूर्या इस साल 38 विकेट चटका चुके हैं.


यह भी पढ़ें:


बेन स्टोक्स, वानिंदू हसारंगा से हार्दिक पांड्या तक... वर्ल्ड क्रिकेट के मौजूदा टॉप-10 ऑलराउंडर्स, जानें आंकड़ों जुबानी