मुंबई: भारत की अंडर-19 टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने बुधवार को कहा कि अगले महीने से शुरू हो रहे आईसीसी विश्व कप में टीम के युवा खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड की परिस्थतियों से जल्दी तालमेल बिठाना होगा.


अगले महीने 13 जनवरी से न्यूजीलैंड में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप की शुरुआत हो रही है.


बुधवार को न्यूजीलैंड के लिए रवाना होने से पहले द्रविड़ ने कहा, "यहां परिस्थतियां ऐसी हैं जिनमें टीम का एक भी खिलाड़ी नहीं खेला है, यह इनके लिए अलग तरह की चुनौती है इसलिए यहां सफलता हासिल करने के लिए टीम के खिलाड़ियों को यहां की स्थितियों से जल्द से जल्द तालमेल बिठाना होगा."


उन्होंने कहा, "बेंगलुरू में लगाए गए शिविर में हमने उसी तरह की परिस्थतियों में रहने की कोशिश की थी, लेकिन पूरे तरीके से ऐसा कर पाना मुश्किल होता है."


द्रविड़ ने कहा कि कई खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट में खेलने का अनुभव इस टीम को फायदा पहुंचाएगा.


उन्होंने कहा, "घरेलू क्रिकेट का अनुभव रखने वाले कुछ खिलाड़ियों का टीम में होना हमेशा अच्छा होता है. इस टीम में भी कुछ खिलाड़ी हैं. यह टीम उसी तरह की है जैसी हमारे पास पिछले विश्व कप में थी. सिर्फ एक ही बड़ा अंतर है कि पिछली टीम में ऐसे ज्यादा खिलाड़ी थे जिन्हें अंडर-19 विश्व कप खेलने का अनुभव था."


भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने कहा, "टीम के पास अच्छा तेज गेंदबाजी और स्पिन गेंदबाजी आक्रमण है और टीम की बल्लेबाजी भी काफी अच्छी है."


तीन बार की विजेता भारत को ग्रुप-बी में आस्ट्रेलिया, पापुआ न्यू गिनी और जिम्बाब्वे की टीमों के साथ रखा गया है.


द्रविड़ ने कहा कि अंडर-19 विश्वकप युवा खिलाड़ियों के लिए अपने आप को साबित करने का बेहतरीन मौका है. यह उनके करियर में मील का पत्थर है जो उनके सीनियर टीम में जाने के रास्ते को खोलता है.


द्रविड़ ने कहा, "मैं इन खिलाड़ियों से प्रारूप के बारे में भी बात कर रहा था. अगर यह अगले छह-आठ महीनों में इंडिया-ए टीम में जगह बना लेते हैं तो यह अच्छा होगा. हम इसे एक पड़ाव की तरह देखते हैं. मैं नहीं कह सकता कि कौन वहां तक जाएगा और कौन नहीं. इन सभी में भविष्य में भारत का प्रतिनिधित्व करने की काबिलियत है."


उन्होंने कहा, "हमने उन्हें अंडर-19 क्रिकेट का महत्व समझाया है. भारत की पिछली अंडर-19 टीम के खिलाड़ी इस समय कमाल कर रहे हैं. कुछ हालांकि ज्यादा खास नहीं कर पाए, लेकिन कौन जानता है कि भविष्य में वो कुछ कर जाएं."